रोहतास: राज्य में सरकार जहां एक तरह हर गांव को सड़क से जोड़ने का दावा करती है वहीं दूसरी तरफ जिले के कई ऐसे गावं है जो सरकार के दावो की पोल खोल रही है. ग्रामीणों की माने तो इस समस्या के लिए कई बार वह जनप्रतिनिधियों के दरवाजा खटखटा चुके है. इसके बावजुद हाल ढाक के तीन पात वाली बनी है.
ग्रामीणों ने पक्की सड़क बनाने लगाई गुहार बारिश के कारण आवागमन ठप
दरअसल, यह तस्वीरें जिले के करगहर के हृदय-सराय गांव की है. जहां कई सालों के बाद भी यह गांव पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाया है. ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के चार महीने इस गांव में आने जाने का रास्ता बन्द हो जाता है. सड़क का इतना बुरा हाल की गांव में बाइक भी नहीं जा पाती है.
ग्रामिणों ने लगाई गुहार
आलम यह है कि गांव के लोग अपनी बाइक को गांव के बाहर ही इकट्ठे करके लगाते हैं और बारी-बारी से रात भर उस बाइक की पहरेदारी करते हैं. यही नहीं एक बार जो गांव में चला जाता है उसे गांव से बाहर जाने में बुरा हाल हो जाता है. बता दें ग्रामीणों ने कई बार इलाके के जनप्रतिनिधियों से इस समस्या के लिए गुहार लगाई है फिर भी समस्या जस का तस ही बनी हुई है.
करगहर के हृदयसराय गांव को अब तक पक्की सड़क से नहीं जोड़ा गया. सड़क निर्माण के लिए पैसा हो गया है पास
इस संबंध में इलाके के जदयू विधायक वशिष्ट सिंह कोविड का बहाना बनाते हए कहते हैं कि ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए हृदय-सराय गांव के सड़क निर्माण का कार्य सिफारिश की है. फिलहाल बरसात के कारण काम रुका हुआ है, सड़क निर्माण के लिए राशि का आवंटन भी हो गया है. कोरोना के कारण सड़क निर्माण में विलंब हुआ है. जैसे ही बरसात खत्म होगी तो वह खुद उस सड़क का शिलान्यास कर काम शुरू करवाएंगे.