रोहतास: शिवसागर प्रखंड के खैरा खोंच गांव में आज भी विकास से कोसों दूर है. इस गांव में लोगों को दूसरे गांव से जोड़ने के लिए एक भी पुल नहीं है. लेकिन इसकी परवाह ना तो जनप्रतिनिधियों को है और ना ही अधिकारियों को.
गौरतलब है कि प्रखंड मुख्यालय से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर है खैरा खोंच गांव. यहां के लोगों का जीना दुश्वार हो चुका है. क्योंकि इस गांव में आने के लिए एक भी पुलिया नहीं है. यह गांव चारों तरफ से नहर से घिरा हुआ है. इसकी हालत किसी आईलैंड जैसी हो जाती है. बरसात आते ही लोगों के लिए नहर जान का दुश्मन बन जाता है. सबसे अधिक ग्रामीणों को तब परेशानी होती है जब वह अपने मरीजों को गांव से दूसरी जगह इलाज के लिए ले जाते हैं.
रस्सी बांधकर पार करते हैं पुल
इस दौरान उन्हें नदी पार करनी पड़ती है. लिहाजा नदी पर पुल नहीं होने की वजह से लोग रस्सी बांधकर पुल पार करते हैं. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि कई बार नदी पार करते समय लोग तेज बहाव में बह भी गए हैं. कई लोगों की मौत तक हो गई है. वहीं एक बुजुर्ग महिला रोते हुए बताती हैं कि नदी पार करते समय सबसे अधिक परेशानी होती है. क्योंकि नदी पर पुल नहीं रहने की वजह से लोग उसी पानी में डूबकर जाते हैं. बच्चे हो या बूढ़े सभी को इसी नदी को पार करके जाना होता है. लिहाजा लोगों के लिए यह नदी किसी काल से कम नहीं है.