सासाराम में सद्भावना मार्च निकाला. सासाराम: बिहार के सासाराम में दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प (violence in sasaram) के बाद आज शनिवार को शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. इस दौरान शांति समिति की बैठक के बाद दोनों पक्ष के लोगों ने मिलकर पूरे शहर में सद्भावना मार्च निकाला. सासाराम के SDO मनोज कुमार ने सद्भावना मार्च का नेतृत्व किया. जिला मुख्यालय सासाराम में हुए दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प के बाद सद्भावना मार्च शहर के विभिन्न इलाकों से होकर गुजरा. लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की.
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"सासाराम में दो पक्षों के बीच झड़प के बाद स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. जिले में फिलहाल निषेधाज्ञा नहीं लगाया गया है. आम लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में तथा सामान्य है. जिला प्रशासन के लोग लगातार गश्त कर रहे हैं. सभी इलाकों में पर्याप्त सुरक्षाबलों की प्रतिनियुक्ति की गई है. शांति की अपील की जा रही है"- धर्मेंद्र कुमार, जिलाधिकारी, रोहतास
स्थिति सामान्य हैः जिलाधिकारी ने बताया कि 30 मार्च की दोपहर में एक अफवाह फैली जिसके बाद दो समुदायों के बीच में एक दो जगहों पर हिंसक झड़प होने की सूचना है. पुलिस और प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रण में कर लिया. उन्होंने कहा कि शाम से ही बड़ी संख्या में फोर्स को लगाया दिया गया था. इसके बाद बीच बीच में कुछ शरारती लोगों के द्वारा अफवाह फैलाये जाने की भी सूचना मिली. उस पर कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया. शहर में निषेधाज्ञा लागू करने से डीएम ने इंकार किया है. उन्होंने कहा कि 144 की जरूरत भी नहीं है. शांति समिति की बैठक में दोनों समुदायों के 20-20 लोग उपस्थित थे.
क्या हुआ थाः शुक्रवार को सासाराम में दो पक्षों के बीच जमकर बवाल हुआ था. रामनवमी के बाद यहां हालात बिगड़ गए थे. उपद्रवियों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी, दो घरों में आग लगा दी गयी थी. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर पत्थरबाजी भी की थी. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव का माहौल बन गया था. इसी तनाव को देखते हुए अमित शाह का 2 अप्रैल को होनेवाला दौरा भी रद्द कर दिया गया है.