रोहतास :लॉकडाउन में बिहार से बाहर अलग-अलग राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों का पहुंचना जारी है. दरअसल, बिहार के मजदूर देश के अलग-अलग शहरों से ट्रेन के माध्यम से आ रहे है. फिर मजदूरों को जिला प्रशासन अपनी बसों से जिले में ला रही है. बता दें कि रोहतास में पहले जहां जयपुर से 169 मजदूरों को लाया गया. वहीं, जिले के मजदूरों को बंगलुरु से स्पेशल ट्रेन से दानापुर लाकर बस से क्वारंटीन सेंटर लाया गया. इस दौरान मजदूरों ने ईटीवी भारत से अपना दर्द साझा किया.
बेंगलुरु से लौटे प्रवासी मजदूरों ने ETV भारत से साझा किया दर्द, कहा- भोजन-पानी के लिए तरसे - rohtas migrant workers
लॉकडाउन में प्रदेश से लौटे इन श्रमिकों का कहना है कि वह लोग काफी परेशान थे. ऐसे में उन्हें गृह जिला आकर बहुत राहत मिली है.
14 दिनों तक रखा जाएगा क्वारंटीन
दरअसल, रोहतास में पहले ही जयपुर, बेंगलुरु, अर्नाकुलम आदि जगहों से मजदूरों को लाया गया है, उसके बाद भी लगातार श्रमिकों को लाकर जिले के विभिन्न क्वारंटीन सेंटर में रखा जा रहा है. बेंगलुरु से ट्रेन से दानापुर 28 श्रमिकों को जिला प्रशासन के द्वारा लाया गया. मजदूरों को डालमिया नगर में रखा गया है, जहां इन लोगों को क्वारंटीन सेंटर में 14 दिनों तक रखा जाएगा.
तीनों अनुमंडल में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर
लॉकडाउन में प्रदेश से लौटे इन श्रमिकों का कहना है कि वह लोग काफी परेशान थे. ऐसे में उन्हें गृह जिला आकर बहुत राहत मिली है. मजदूरों ने बताया कि उन लोगों को वहां रहने से लेकर आने के दौरान रास्ते में खाने पीने के अलावा पानी तक की समस्या से दो-चार होना पड़ा. बता दें कि रोहतास जिले के तीनों अनुमंडल बिक्रमगंज, डेहरी ऑन सोन और सासाराम में क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं. इसके अलावा विभिन्न प्रखंडों में भी लोगों को रखा जा रहा है.