रोहतासः जिले के किसान पारंपरिक खेती से इतर आधुनिक खेती का रुख कर रहे हैं. लेकिन इस साल मौसम ने उनका साथ नहीं दिया. जिससे किसानों का लागत मुल्य भी नहीं निकल पा रहा है. ऐसा ही एक उदाहरण सासाराम प्रखंड के सिंगुहि गांव में देखने को मिला. दो साल पहले गांव निवासी सुनैना देवी अनार की खेती की शुरुआत कर सुर्खियों में आई थीं, लेकिन इस बार हुई भारी बारिश के कारण उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ा रहा है.
बारिश से फसल बर्बाद
कृषि विभाग में कार्यरत सुनैना के बेटे ने उन्हें अनार की खेती के लिए प्रेरित किया था. पहला साल अच्छा मुनाफा भी हुआ, लेकिन इस साल मौसम ने दगा दे दिया और उनकी फसल बर्बाद हो गई. सुनैना ने बताया कि अनार की अच्छी-खासी मांग है, पिछली बार फसल अच्छी हुई थी तो व्यापारियों ने खेत पर आकर अनार की खरीददारी की थी. वहीं इस साल हुई भारी बारिश ने फसल को नुकसान पहुंचाई है. आलम यह है कि लागत मुल्य भी नहीं निकल पा रहा है.