सोन नदी के तट पर बैठकर लोग कर रहे सिग्नल का इंतजार सासाराम:बिहार के सासाराम में दो गुटों के बीच हिंसा के बाद जिले भर में इंटरनेट सेवाओं को बैन कर दिया गया है. ऐसे में अब सासाराम में स्थिति तो सामान्य हो गई है, लेकिन छह दिन बाद भी इंटरनेट सेवाओं को अब तक चालू नहीं करने से लोगों की परेशानियां जहां बढ़ गई हैं, वहीं अब इसे लेकर लोगों का गुस्सा भी बढ़ रहा है.
ये भी पढ़ेंःHanuman Jayanti : रोहतास में हनुमान जयंती को लेकर अलर्ट मोड में प्रशासन, छठे दिन भी इंटरनेट सेवा ठप
एटीएम से पैसा निकालना भी हुआ मुश्किलः दअरसल, रोहतास जिले में पिछले 6 दिनों से इंटरनेट सेवाएं ठप हैं. ऐसे में खासकर व्यवसायी वर्ग, छात्र-छात्राएं और ऑनलाइन जॉब करने वाले लोग काफी परेशान हैं. वहीं, बैंकिंग सेवाओं से लेकर इंटरनेट से जुड़े सभी संस्थाओं के लोग भी काफी परेशान हैं. यहां तक की एटीएम से भी पैसों की निकासी और जमा करने को लेकर परेशानी हो रही है.
एनीकट में इंटरनेट सिग्नल के लिए लग रही भीड़:बता दें कि डेहरी के एनीकट में इंटरनेट के सिग्नल को लेकर युवाओं की काफी भीड़ देखी जा रही है. यहां युवा अपने हाथों में मोबाइल और लैपटॉप लेकर इंटरनेट के सिग्नल के इंतजार में बैठे हैं, ताकि आस-पास के बारुण, औरंगाबाद जिले का नेटवर्क मिल सके और वह मोबाइल को चला सके. हांलाकि यहां भी उन्हें इंटरनेट सिग्नल नहीं मिल पा रहा है, जिससे वे काफी नाराज भी दिख रहे हैं.
व्यवसाय पर पड़ रहा है असरः स्थानीय व्यवसायी विनोद मारोदिया बताते हैं कि सासाराम में हिंसा के बाद इंटरनेट सेवा को ठप कर दिया गया था लेकिन बगल के डेहरी में भी पूरी तरह से इंटरनेट सेवा बैन होने के कारण इसका सीधा असर व्यवसाय पर पड़ रहा है. खासकर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव संतोष कुमार सिंह कहते हैं कि पूरे जिले की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है. प्रशासन ने क्या सोचकर इतने दिनों तक इंटरनेट पर रोक लगा दिया, कितना नुकसान हो रहा है, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता.
"इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण इसका असर व्यवसाय पर पड़ रहा है. खासकर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई सब बंद है. मेरी विनती है प्रशासन से कि इसे जल्द चालू किया जाए"-विनोद मारोदिया, व्यवसायी
ऑनलाइन क्लासेज हो गई बंदः वहीं, एक छात्र प्रिंस कुमार बताते है कि ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए जब साइबर कैफे गए तो साइबर कैफे में ताला लटका था. इंटरनेट सेवा ठप होने के कारण ऑनलाइन फॉर्म भी वो भर नहीं पाए और मायूस होकर लौट गए. नेट सेवा ठप होने के कारण ऑनलाइन क्लासेज भी नहीं चल पा रही है. जिस कारण पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.
"सब कुछ बंद हो गया है, पढ़ाई लिखाई लेन-देन कुछ नहीं हो पा रहा है. क्या बताएं कितनी परेशानी हो रही है. हर चीज के लिए सोचना पड़ रहा है"-प्रिंस कुमार, छात्र
जल्द इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांगः डेहरी थाने चौक पर सुनील साइबर के संचालक सुनील कुमार बताते हैं कि 7 दिनों से इंटरनेट सेवा ठप होने के कारण रोजी-रोटी पर खासा असर पड़ा है. आलम यह है कि दुकानों में बोहनी तक नहीं हो पा रही है. जिस कारण रोजी-रोटी पर भी आफत आ गई है. प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द इंटरनेट सेवाओं को सुचारू रूप से चालू किया जाए, ताकि वह लोग अपनी जीविका चला सके. बहरहाल अब ये देखने वाली बात होगी कि जिले में इंटरनेट सेवा कब तक चालू हो पाती है और लोगों को परेशानियों से कब निजात मिल पाती है.