रोहतास: सासाराम रेलवे स्टेशन पर 'जनता कर्फ्यू' को लेकर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर दिखा, तो वहीं इस दौरान जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही भी देखने को मिली. दिल्ली से आने वाली गरीब रथ ट्रेन से रेलवे स्टेशन पर दर्जन भर से अधिक यात्री उतरे. लेकिन एक भी यात्रियों की जांच नहीं की गई. उन्हें बिना जांच किए ही घर भेज दिया गया.
सासाराम रेलवे स्टेशन: दिल्ली से पहुंचे यात्रियों को बिना स्क्रीनिंग के ही भेज दिया गया घर - Public curfew
स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि स्टेशन पर हर जगह सेनिटाइजर और डिटॉल का पुख्ता इंतजाम किया गया है.
'डॉक्टर को किया गया है तैनात'
ऐसे में एक तरफ जहां सरकार 'जनता कर्फ्यू' लगा कर लोगों को जागरूक कर रही है, ताकि कोरोना वायरस जैसे खतरनाक बीमारी को रोका जा सके. लेकिन रेलवे स्टेशन पर स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा में चूक साफ देखने को मिली. इस बारे में सदर एसडीएम राजकुमार गुप्ता ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर डॉक्टर को तैनात किया गया है. लेकिन डॉक्टर के पास खुद जांच की सुविधा नहीं देखने को मिली. उनके पास न तो सैनिटाइजर था और न ही यात्रियों को जांचने करने का कोई उपकरण.
'सेनिटाइजर और डिटॉल का है पुख्ता इंतजाम'
कई यात्री दिल्ली से यात्रा करके सासाराम पहुंचे, जिनका जांच होना बेहद जरूरी था. क्योंकि दिल्ली में कोरोना का प्रकोप काफी अधिक है. लेकिन यात्रियों की जांच नहीं कि गई. जिससे प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं, इस संबंध में स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि स्टेशन पर हर जगह सेनिटाइजर और डिटॉल का पुख्ता इंतजाम किया गया है.