रोहतास:बिहार में नीतीश -तेजस्वी सरकार के पंचायतीराज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम(Panchayati Raj Minister Murari Prasad Gautam) की बुधवार को कोर्ट में पेशी हुई. दअरसल मंत्री की 2006 के एक पुराने मामले को लेकर सासाराम कोर्ट में पेशी हुई. मंत्री की गाड़ी से एक सड़क दुर्घटना हो गई थी. बता दें कि मुरारी गौतम रोहतास के चेनारी (एससी) सुरक्षित सीट से विधायक हैं. 42 साल उम्र के मुरारी गौतम ने नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के ललन पासवान को मात देकर चेनारी सुरक्षित सीट पर जीत दर्ज की.
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यह इनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि:मुरारी गौतम ने जदयू उम्मीदवार को पराजित किया था लेकिन, बदले राजनीतिक माहौल में वे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री बन गए. मंत्री मुरारी गौतम की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति से जुड़ी है. उनके पिता महेंद्र राम कांग्रेस के कार्यकर्ता थे और रोहतास के चिटैनी पंचायत के मुखिया थे. मुरारी ने अपने पिता का अनुसरण करते हुए कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली. वे लगातार कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे.
2005 मंत्री के पिता हार गये थे चुनाव:2005 के बिहार विधानसभा चुनाव में पंचायतीराज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम के पिता महेंद्र राम राजद में चले गए. राजद ने महेंद्र राम को चेनारी सीट से उम्मीदवार बनाया गया फिर भी मुरारी गौतम ने कांग्रेस नहीं छोड़ा. उस चुनाव में उनके पिता की हार हुई थी.
राजनीति के साथ-साथ समाज सेवा में भी है सक्रिय : मुरारी गौतम राजनीति के साथ-साथ समाज सेवा से भी जुड़े हैं. क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी खास पहचान है. गौतम तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने गंभीर बीमारी से ग्रस्त आयांश के इलाज का मुद्दा विधानसभा में उठाया था. रोहतास के 10 साल के आयांश को 16 करोड़ के इंजेक्शन की आवश्यकता थी जिसे अमेरिका से मंगाया जाना था.