रोहतास: धान का कटोरा (Rice Bowl) कहे जाने वाले रोहतास जिले में बारिशआफत का कहर (Rain Disaster) बनकर बरस रही है. खासकर पहाड़ी से सटे गांव (Hillside Village) के लोगों के लिए यह मुसीबत से कम नहीं है. आफत की बारिश ने यहां के किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. मुसीबत बनी बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर (Lost Hard Work) कर रख दिया है. आलम यह है कि यहां के किसानों के तकरीबन 100 एकड़ (Hundreds Acre) में लगी धान की फसल (Paddy Crop) पानी में बर्बाद (Wasted In Water) हो गई.
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फसल बर्बाद होने से किसानों का लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. इलाके के किसान सर पर हाथ रख अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. दरअसल डेहरी प्रखंड के पाण्डेयपुर में बारिश आफत बन कर बरसी है. पहाड़ी इलाके से आ रही बारिश के पानी में सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं. नजर जहां तक जाती है सिर्फ पानी ही पानी नजर आता है.
अगर नजर नहीं आता है तो किसानों के चहरे पर खुशी. खुशी का गायब होना भी लाजिमी है. बड़े ही मेहनत से किसानों ने धान की फसल लगाई था. इस उम्मीद से कि धान से उपजे चावल को बेच कर परिवार के लोगों का खर्च चलाएंगे. ऐसे में बारिश ने जो सितम ढाया वो बयां करना मुश्किल है.
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किसान संजीत कहते है कि लघु सिंचाई विभाग की लापरवाही की वजह से, पहाड़ी पानी की समुचित निकासी नहीं होने से खेतों में पानी भर गया है. पहले तीन कलवर्ट थे पर लघु सिंचाई विभाग के द्वारा नए आहर पर दो कलवर्ट बन्द कर दिया गया. जिससे पानी की निकासी रुक गई. खेतों में बारिश के बाढ़ का पानी से सारी फसल बर्बाद हो गई.
किसान रियाजुद्दीन कहते हैं कि की सम्पत्ति उनकी तबाह हो गयी है. उनके पास अब कोई चारा नहीं है. ऐसे में गावं के किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. बताते चलें कि बिहार में बाढ़(Flood) का कहर जारी है. कई नदियां अभी भी खतरे के निशान (Danger Mark) से ऊपर है.