रोहतास:झारखंड के बिहार से अलग हो जाने के बाद प्रदेश का ज्यादातर वन क्षेत्र का हिस्सा झारखंड में चला गया था. बावजूद इसके कुछ बचे हुए क्षेत्रों में जंगली जीवों की संख्या बढ़ाने में वन विभाग कामयाब रहा है. लंबे वक्त के बाद कैमूर के जंगलों में टाइगर को विचरण करते देखा गया है.
रोहतास: ऑटोमेटिक ट्रैकिंग कैमरा से देखा गया बाघ, वन्यजीवों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी
रोहतास वन प्रमंडल के डीएफओ प्रद्युमन गौरव ने बताया कि यहां टाइगर को ऑटोमेटिक ट्रैकिंग कैमरा से देखा गया. जिस इलाके में टाइगर देखा गया वहां शाकाहारी पशुओं के चारे का और गर्मी में पानी की समस्या को देखते हुए कृत्रिम वाटरफॉल का निर्माण किया जाएगा
NTC ने आवंटित की विशेष राशि
रोहतास और कैमूर के इलाके में वन्यजीवों की संख्या में गुणात्मक बढ़ोतरी हुई है. कैमूर के जंगलों में टाइगर को देखे जाने की पुष्टि हुई है. इसके बाद नेशनल टाइगर कंजर्वेटिव अथॉरिटी (NTC) ने टाइगर प्रोजेक्ट के लिए विशेष राशि का आवंटन किया है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस विशेष राशि से वन क्षेत्र के वन्यजीवों को अब और बेहतर तरीके से सरकारी संरक्षण मिल पाएगा.
ऑटोमेटिक ट्रैकिंग कैमरा से देखा गया टाइगर
रोहतास वन प्रमंडल के डीएफओ प्रद्युमन गौरव ने बताया कि यहां टाइगर को ऑटोमेटिक ट्रैकिंग कैमरा से देखा गया. जिस इलाके में टाइगर देखा गया वहां शाकाहारी पशुओं के चारे का और गर्मी में पानी की समस्या को देखते हुए कृत्रिम वाटरफॉल का निर्माण किया जाएगा. इन तैयारियों से वन्य प्राणी पानी के लिए भटक कर रिहायशी इलाके में नहीं आएंगे. कैमूर वन्य प्राणी आश्रयणी को आने वाले दिनों में और संरक्षित किया जाएगा.