रोहतास:एक ओर राज्य सरकार महादलितों के कई तरह की योजनाएं लाने की बात करती है. वहीं, दूसरी ओर जिले के इंद्रपुरी इलाके में स्थित महादलित टोला में एक भी आंगनवाड़ी नहीं है. इस वजह से यहां के बच्चों का बचपन सिर्फ खेल में गुजर रहा है.
कई सालों से आंगनवाड़ी की मांग
इस इलाके के लोग कई सालों से एक आंगनवाड़ी केंद्र की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण अबतक यह इलाके में एक भी आंगनवाड़ी नहीं खुल पाया है. ऐसे हालात में बच्चों का अधिकांश समय खेलने में बीत जाता है, जिस वजह से माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित रहते हैं.
अपनी इच्छा बताता गांव का चुनमुन बच्चों में है कुछ बनने की इच्छा
ईटीवी भारत ने जब इस गांव के बच्चों से बात की, तो पता चला कि यहां के बच्चों में पढ़-लिखकर कुछ बनने की इच्छा है. गांव के ही बच्चे चुनमुन का कहना है कि वह बड़े होकर डॉक्टर बनना चाहता है. बता दें कि इस इलाके में लगभग साठ से सत्तर परिवार अपना गुजर-बसर करते हैं. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि यहां से विद्यालय भी काफी दूर है. इस वजह से यहां के बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. यदि इस इलाके में एक आंगनवाड़ी केंद्र होता, तो अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेज पाते.
विधायक ने दिया आश्वासन
इस संबंध में जब स्थानीय विधायक सत्य नारायण यादव से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि जमीन नगर परिषद की है. साथ ही उन्होंने आश्वासन भी दिया कि उनका प्रयास होगा कि महादलित टोले में बच्चों के लिए एक आंगनवाड़ी केंद्र खुल जाए, ताकि यहां के बच्चे पढ़ सकें. अब देखना है कि कब तक यहां के बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र नसीब हो पाता है.
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