रोहतासः भारत-चाइना बॉर्डर पर चल रहे तनाव के बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टिक टॉक सहित 59 चाइनीज ऐप को बैन कर दिया है. इस फैसले के बाद अब राजनीति भी शुरू हो गई है. कई विपक्षी पार्टियां इसे चीन के लिए बहुत छोटी कार्रवाई मान रही हैं. रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता मिथिलेश कुमार ने भी पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला है.
'क्यों नही बंद हुआ पेटीएम'
सासाराम पहुंचे रालोसपा प्रवक्ता ने टिक टॉक सहित चाइना के 59 ऐप को बंद किए जाने के बाद प्रधानमंत्री पर जमकर हमला बोला है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि चीन अपना मैप बदल रहा है और भारत ऐप बंद कर रहा है. मिथलेश कुमार ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने चीन के कई सारे ऐप को बंद कर दिया. जबकि खुद प्रधानमंत्री पेटीएम जैसे ऐप को बंद नहीं करते है. क्योंकि पेटीएम कंपनी ने प्रधानमंत्री केयर फंड में कई करोड़ रुपये दान दिए हैं. इसलिए प्रधानमंत्री पेटीएम जैसे ऐप को बंद करने से डर रहे हैं. इतना ही नहीं कई चाइनीज कंपनियों ने प्रधानमंत्री केयर फंड में करोड़ों रुपये दान किए हैं.
'मुंहतोड़ जवाब देने की है जरूरत'
मिथलेश कुमार ने कहा कि देश की जनता जानना चाहती है कि प्रधानमंत्री केयर फंड में किन-किन चाइनीज़ कंपनियों ने दान किया है. आखिर चाइना-इंडिया बॉर्डर पर क्या चल रहा है. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री अपने भाषण में चाइना पर लाल आंख दिखाते हैं. लेकिन जब चीन को मुंहतोड़ जवाब देने का वक्त आया तो पीएम मोबाइल ऐप को बंद कर रहे हैं. ऐसे में देश की जनता प्रधानमंत्री से जानना चाहती है कि आखिर वो कड़े लहजे में चीन को जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं. प्रधानमंत्री मन की बात करते हैं, लेकिन मन की बात में एक बार भी चाइना पर कुछ नहीं बोलते हैं. प्रधानमंत्री की स्थिति पर कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं.
रालोसपा के राष्ट्रीय सचिव मिथलेश कुमार ये भी पढ़ेंःबोले पप्पू यादव- प्रधानमंत्री का देश के नाम संबोधन राजनीति से प्रेरित
बहरहाल देश के कई युवा टिक टॉक से जुड़े थे. जिसके बाद टिक टॉक बंद होने से कई युवाओं में निराशा है तो वहीं कई लोग इसे बेहतर भी बता रहे हैं. हालांकि प्रधानमंत्री के इस फैसले को विपक्ष ने भी सराहा है. इसके बावजूद चीन को माकूल जवाब नहीं दिए जाने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है.