रोहतास:सासाराम रेलवे स्टेशन पर गुजरात से लौटे प्रवासी मजदूरों ने अपना दर्द बयां किया. इन मजदूरों ने बिहार पहुंचने के बाद यहीं रहकर काम करने की बात कही. भोजपुर के रहने वाले प्रवासी मजदूर विनोद ने बताया कि वह वापी के प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद फैक्ट्री बंद हो गई और रोजगार छिन गया. गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद से प्रवासी बिहारियों के राज्य लौटने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद और वापी से प्रवासी मजदूर सासाराम पहुंचे.
रोहतास लौटे मजदूरों ने कहा- बिहार में रहकर ही करेंगे काम, कभी वापस नहीं जायेंगे - Laborers returned from Gujarat
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से प्रवासी मजदूरों का बिहार लौटना जारी है. गुजरात से सासाराम पहुंचे मजदूरों ने कहा कि अब हम कहीं नहीं जायेंगे. अपने राज्य में ही कमाकर खायेंगे.
इन मजदूरों ने लॉकडाउन के दौरान गुजरात में होने वाली परेशानियां बताईं. अहमदाबाद से लौटे मजदूरों ने बताया कि वे फैक्ट्री में काम करता थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण फैक्ट्री बंद हो गई. जिसके बाद उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह वापिस अपने घर आ सकें. हालांकि श्रमिक स्पेशल ट्रेन से किसी तरह वे सभी घर लौट आये हैं. इस दौरान प्रवासी मजदूरों ने कहा कि वह दोबारा दूसरे राज्य में नहीं जाना चाहते हैं. वह बिहार में रहकर ही अपनी जिंदगी गुजर बसर करना चाहते हैं.
बिहार में भी रोजगार की समस्या
लॉकडाउन के बाद भारी संख्या में दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूर बिहार लौट तो रहे हैं लेकिन यहां भी उनके सामने रोजगार का बड़ा संकट है. यहां रहकर 2 जून की रोटी जुटा पाना भी मुश्किल हो रहा है. ऐसे में इन मजदूरों के लिए यहां भी काम खोजना बड़ी चुनौती बन गई है.