रोहतास: सोमवार की देर रात कई मजदूर उत्तर बिहार से साइकिल चलाकर बिक्रमगंज पहुंचे. ये सभी मजदूर कैमूर जा रहे थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि वो बिजली के सीमेंट पोल बनाने वाली कम्पनी में काम कर रहे थे, लेकिन कम्पनी ने लॉकडाउन के कारण वहां से हटा दिया. लिहाजा कहीं कोई व्यवस्था नहीं थी, जिसकी वजह से सभी साइकिल से ही अपने घर के लिए निकल पड़े.
रोहतास: Lockdown में बढ़ी मजदूरों की परेशानी, साइकिल चलाकर पहुंचे घर
सोमवार को कई मजदूर उत्तर बिहार से साइकिल चलाकर बिक्रमगंज पहुंचे. ये सभी सीमेंट पोल बनाने वाली कम्पनी में काम कर रहे थे.
दिहाड़ी मजदूरों को हो रही परेशानी
इस लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी दिहाड़ी और प्रवासी मजदूरों को हो रही है. सरकार की घोषणाओं पर से उनका भरोसा लगभग टूट चुका है. प्रवासी और दिहाड़ी मजदूर देश के सभी राज्य में फंस चुके हैं.
सीमा पार कर आ रहे मजदूर
सरकार और उनके अधिकारी कह रहे हैं कि सभी जगह भोजन की व्यवस्था है. कोई भूखा नहीं सोएगा. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. वहीं सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब जिले की सभी बॉर्डर सील हैं, उसके बाद भी ये मजदूर कैसे सीमा पार कर अन्य जिले में आ रहे हैं.