रोहतास: जिले में लॉकडाउन के बावजूद अभी भी बड़ी संख्या में मजदूर पड़ोसी राज्यों से पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में वाराणसी से कुछ दिहाड़ी मजदूर पैदल ही सहरसा के लीए चल पड़े. लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित दिहाड़ी प्रवासी मजदूर हुए हैं. वहीं, रोहतास में लगातार कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.
वाराणसी से रोहतास के लिए पैदल ही निकल गए मजदूर, बिना जांच के सीमा में कर रहे प्रवेश - कोरोना वायरस
रोहतास में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 31 तक पहुंच गई है. अब ऐसे में दूसरे राज्यों से लगातार मजदूर पलायन कर यहां पहुंच रहे हैं. जिनकी ना तो स्क्रीनिंग की जा रही और न ही उनसे कोई पूछताछ हो रही है.
![वाराणसी से रोहतास के लिए पैदल ही निकल गए मजदूर, बिना जांच के सीमा में कर रहे प्रवेश वराणसी से पैदल निकले मजदूर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6974944-1106-6974944-1588069530223.jpg)
लगातार बढ़ रहे पॉजिटिव केस
बता दें कि जिले में रोहतास में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 31 तक पहुंच गई है. अब ऐसे में दूसरे राज्यों से लगातार मजदूर पलायन कर यहां पहुंच रहे हैं. जिनकी ना तो स्क्रीनिंग की जा रही और न ही उनसे कोई पूछताछ हो रही है. बेबस मजदूर अपनी जिंदगी को बचाने के लिए अपने गांव की तरफ निकल पड़े हैं, उनके पास न तो साधन है और न ही खाने का समान ही है.
पैदल ही अपने घर की ओर निकले
मजदूरों के मुताबिक जब सरकार और प्रशासन की ओर से बेरुखी मिली तो वे पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े. मजदूरों का काम छूट गया वेतन बन्द हो गया है. सरकार की घोषणाओं पर भरोसा था वो भी लगभग टूट चुका है. जिसके बाद मज़दूरों का एक समूह बनारस से ही पैदल यात्रा कर नोखा पहुंचा. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से दिहाड़ी प्रवासी मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.