रोहतासः बिहार केरोहतासमें एक छात्रा ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप (Girl accused police officer for beating her in Rohtas) लगाया है. युवती कहना है कि जिले के अकोढी गोला थाना के थानाध्यक्ष ने पूछताछ के बहाने कमरे में बंदकर पिटाई की और चोरी की बात कबूलने का दबाव बनाया. छात्रा ने एसपी आशीष भारती को इस संबंध में आवेदन दिया है.
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पूछताछ के लिए बुलाया था थाने: पीड़िता की माने तो रविवार की देर शाम अकोढ़ी गोला थाने की पुलिस उसके घर के दरवाजे पर पहुंची और पूछताछ के बहाने थाने ले गई. काफी देर तक उससे पूछताछ की गई. इसके बाद 9:30 रात्रि में वापस घर भेज दिया. दूसरे दिन सुबह थानाध्यक्ष ने फिर उसे थाने पर बुलाया. इस बार थाने के बंद कमरे में ले जाकर उसे बैंक से गायब रुपए को चुकता करने के लिए दबाव बनाया और इंकार करने पर डंडे से पीटना शुरू कर दिया.
पिटाई कर जबरदस्ती कबूलनामा लिखवाने का आरोपः पीड़िता ने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष ने उसे तबतक पीटा की जब तक वह बेहोश नहीं हो गई. इसके बाद एक सादे कागज पर ग्रामीण बैंक से गायब हुए ढाई लाख रुपए चुकता करने के लिए उसे लिखवा भी लिया. फिर एक बजे छोड़ दिया गया. पीड़िता के चाचा ने बताया कि उसकी बैंक से गायब हुए रुपए में कहीं से भी संलिप्तता नहीं है. इसके बावजूद थानाध्यक्ष ने उसके साथ जबरन मारपीट की. लड़की के साथ मारपीट के बाद लोगों में काफी आक्रोश है. इसे लेकर ग्रामीणों ने रोहतास एसपी आशीष भारती से मिल कर पूरे मामले की जांच करा थानाध्यक्ष पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
बैंक से पैसा गायब करने का लगाया आरोपःबताया जाता है कि अकोढ़ी गोला थाना क्षेत्र के बरारी रोड स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के सीबीएस की शाखा है. उसी बैंक में छात्रा का खाता है. इसमें वह पासबुक अपडेट कराने गई थी, लेकिन वहां मौजूद कर्मियों ने उसका पासबुक अपडेट नहीं किया. उसे दोबारा शनिवार को बुलाया गया था, लेकिन उस दिन लिंक फेल होने के कारण भी उसका पासबुक अपडेट नहीं हो पाया था. इसी बीच बैंक से ढाई लख रुपए दिन में ही गायब हो गए थे. इसकी शिकायत बैंककर्मियों ने अकोढ़ी गोला थाना में दर्ज कराई. इसी मामले से जोड़कर पीड़िता को थाना बुलाया गया. यहां उसके साथ पुलिस ने मारपीट की.
पीड़िता का आरोप दो घंटे तक पुलिस ने किया टॉर्चरःपीड़िताअकोढ़ीगोला इलाके की रहने वाली है. वह बैंक में पासबुक अपडेट कराने गई थी, लेकिन इसी बीच उस पर बैंक से पैसे गायब करने का आरोप बैंककर्मियों ने लगाया. इसके बाद पुलिस ने पूछताछ के बहाने उसकी पिटाई कर दी. पीड़िता का आरोप है कि उसे अकोढ़ी गोला थाने के थानाध्यक्ष ने बंद कमरे में दो घंटे तक टॉर्चर किया. उसे डंडे से पीटा गया. इतनी बुरी तरह पीटा गया कि वह ढंग से चल भी नहीं पा रही है.
थानाध्यक्ष ने आरोप को बताया निराधारः इस पूरे मामले पर अकोढ़ी गोला थाने के थानाध्यक्ष प्रभात कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि बैंक कर्मियों के आवेदन पर बैंक से गायब हुए ढाई लाख रुपए मामले पूछताछ को लेकर दिव्या नाम की लड़की को बुलाया गया था, लेकिन उसके साथ मारपीट नहीं की गई. मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं. इधर मामले को तूल पकड़ता देख रोहतास के एसपी आशीष भारती ने पूरे मामले पर जांच का निर्देश दिया है.
"रविवार की देर शाम अकोढ़ी गोला थाने की पुलिस उसके घर के दरवाजे पर पहुंची और पूछताछ के बहाने थाने ले गई. दूसरे दिन सुबह थानाध्यक्ष ने फिर थाने पर बुलाया. इस बार थाने के बंद कमरे में ले जाकर बैंक से गायब रुपए को चुकता करने के लिए दबाव बनाया और इंकार करने पर डंडे से पीटना शुरू कर दिया. थानाध्यक्ष ने मुझे तबतक पीटा, जब तक मैं बेहोश नहीं हो गई. इसके बाद एक सादे कागज पर ग्रामीण बैंक से गायब हुए ढाई लाख रुपए चुकता करने के लिए लिखवा भी लिया" -पीड़िता