जख्मी अधिवक्ता लिपिक अमित पांडे रोहतास:बिहार के रोहतास में पीपुल्स फ्रेंडली का दावा करने वाली पुलिस का एक बार फिर अमानवीय चेहरा सामने आया है. दरअसल यहां के एक अधिवक्ता लिपिक का आरोप है कि थानेदार ने सिर्फ इसलिए उनकी बेरहमी से पिटाई की क्योंकि लिपिक ने थानेदार को भैया कहा था. अब पीड़ित अधिवक्ता लिपिक करगहर पुलिस की बर्बरता और जुल्म के विरुद्ध न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे हैं.
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'भैया कहने पर मुझे पीटा गया'- अधिवक्ता लिपिक:जख्मी अधिवक्ता लिपिक अमित पांडे को इलाज के लिए सासाराम के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अमित पांडे का आरोप है कि भैया कहने के बाद नाराज थानाध्यक्ष मुझे थाने में लेकर आए और लात घूंसे से पिटाई की. फिर थोड़ी देर बाद एक व्यक्ति का फोन आने के बाद मुझे छत पर ले गए, जहां दो पुलिसकर्मियों ने हाथ पकड़ा और दो अधिकारी शरीर के पिछले भाग में लाठियों से पिटाई करने लगे.
'परिजनों ने मुझे पहुंचाया अस्पताल': पीड़ित का आरोप है कि उसकी इतनी बुरी तरह से पिटाई की गई कि वे दो बार बेहोश होकर गिर गए. अमित ने कहा कि वह मुझे भद्दी गालियां दे रहे थे. जब मैं चलने लायक नहीं रहा तो मुझे बेहोशी की हालत में छोड़कर चले गए. काफी देर बाद होश आने पर एक पुलिस कर्मी सहारा देकर मुझे छत से नीचे ले आया, जहां परिजनों ने मुझे अस्पताल पहुंचाया.
"पिटाई करने वाले करगहर के थानाध्यक्ष सुंदेश्वर दास पूर्व परिचित हैं. कोर्ट में न्यायिक कार्यों के दौरान हमारे बीच परिचय हो गया था. इस दौरान थानाध्यक्ष को 'भैया' कहकर बुलाते थे. जब दशहरा मेले के दौरान सार्वजनिक जगह पर थानाध्यक्ष को पूर्व परिचित होने के कारण 'भैया' कहकर संबोधित किया, तो थानाध्यक्ष नाराज हो गए और इसी के कारण थाने लाकर मेरी बेरहमी से पिटाई की."- अमित पांडे,जख्मी अधिवक्ता लिपिक
एसपी विनीत कुमारका बयान: इस संबंध में रोहतास के एसपी ने जानकारी दी है कि "करगहर में मेला के दौरान 3 लोगों के द्वारा अवांछित हरकत करने की सूचना मिली थी. पुलिस पहुंची तो अन्य भाग निकले लेकिन एक को थाने में पूछताछ के लिए लाया गया, जिसका नाम अमित कुमार पांडेय पिता विजेंद्र पांडेय ग्राम नादो थाना करगहर जिला रोहतास था. उसे पूछताछ के बाद पीआर बांड पर छोड़ा दिया गया."
लिपिकों में नाराजगी :बता दें कि अधिवक्ता लिपिक को बोलचाल की भाषा में 'ताईद' या मुंशी कहते हैं, जो कोर्ट में किसी वकील के अधीन का कार्यरत होते हैं. इस घटना के बाद सासाराम न्यायालय परिसर में कार्यरत अधिवक्ता लिपिकों में नाराजगी है. पीड़ित अमित पांडे करगहर के नादो गांव के निवासी हैं.