रोहतास: सासाराम में सीपीआईएमएल यानी भाकपा माले ने रेलवे के निजीकरण के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला और केंद्र सरकार पर हमला बोला. पार्टी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही मौके पर माले कार्यकर्ताओं ने इसी मांग को लेकर पहले गिरफ्तार किए गए छात्रों की जल्द से जल्द रिहाई की भी मांग की.
छात्रों की रिहाई के लिए विरोध प्रदर्शन
गौरतलब है कि पिछले दिनों सासाराम रेलवे स्टेशन पर छात्रों ने रेलवे के निजीकरण को लेकर जमकर बवाल काटा था. जिसके बाद पुलिस और छात्रों के बीच झड़प भी हुई थी. इस दौरान कई पुलिसकर्मी और छात्र भी घायल हो गए थे. वहीं, इस घटना में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक दर्जन से अधिक छात्रों को गिरफ्तार कर लिया और 200 से अधिक अज्ञात छात्रों पर एफआईआर भी दर्ज किया था. इसी सिलसिले में माले के हजारों कार्यकर्ता ने छात्रों की रिहाई के लिए विरोध प्रदर्शन किया और आक्रोश मार्च निकाला.
विरोध प्रदर्शन करते माले कार्यकर्ता 'जन आंदोलन किया जाएगा तेज'
वहीं, इसी क्रम में माले कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सासाराम में हजारों की संख्या में जुटकर आक्रोश मार्च निकाला. इस दौरान सीपीआईएमएल ने गिरफ्तार किए गए छात्रों को बिना किसी शर्त के रिहाई करने की मांग उठाई. वहीं, सीपीआईएमएल सचिव अशोक बैठा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार छात्रों को बिना शर्त के रिहा नहीं करती तो जन आंदोलन और तेज किया जाएगा.
माले के हजारों कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन गिरफ्तारी का मामला पकड़ रहा है तूल
साथ ही उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि जब सरकार बलात्कारी और पत्थरबाजों से केस वापस ले सकती है तो छात्रों से क्यों नहीं ले सकती है. साथ ही उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं. जिससे देश बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है. बता दें कि आंदोलन में कई महिला भी शामिल रहीं जो नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करती दिखाई दीं. गौरतलब है कि छात्रों की गिरफ्तारी के बाद अब मामला तूल पकड़ता जा रहा है.