सासाराम:HAM सुप्रीमो जीतन राम मांझी ( Former CM Jitan Ram Manjhi ) के द्वारा ब्राह्मण समुदाय को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद ब्राह्मण समाज में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. ऐसे में अब पूर्व मुख्यमंत्री की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. इसी कड़ी में आज जिला मुख्यालय सासाराम कोर्ट में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के खिलाफ परिवाद पत्र दायर ( Complaint filed in Sasaram court Against Manjhi ) किया गया.
मानव हित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज पाठक ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सासाराम के कोर्ट में परिवाद पत्र दायर करने के लिए आवेदन दिया है. मनोज पाठक का कहना है कि 18 एवं 19 दिसंबर को उन्होंने टेलीविजन पर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को ब्राह्मण समाज के प्रति आपत्तिजनक बयान देते सुना था. इसके बाद खुद को असहज एवं ग्लानिपूर्ण महसूस करने लगा. जिसको लेकर पिछले कई दिनों से वे तथा उनके जाति वर्ग के लोग असहज महसूस कर रहे हैं.
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बता दें कि दायर प्रतिवाद में लिखा गया है कि जातीय विद्वेष पैदा करने के उद्देश्य से पूर्व सीएम द्वारा इस तरह के आपत्तिजनक बयान दिया गया है. जिसको लेकर माननीय न्यायालय से कार्रवाई की मांग की गई है.
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने शनिवार की शाम ( 18 दिसंबर ) पटना के कालिदास रंगालय में एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए ब्राह्मणों और देवी-देवताओं के लिए बेहद अपमानजनक शब्द का प्रयोग किया था.
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