रोहतास:गणेश उत्सव देशभर में बड़े ही हर्ष-उल्लास के साथ मनाया जाता है. खासकर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में यह उत्सव बड़े ही उमंग और उत्साह के साथ मनाया जाता है. अब धीरे-धीरे यह महाराष्ट्र से निकलकर पूरे देश में फैल रहा है, जिसमें बिहार का रोहतास जिला भी शामिल है.
रोहतास में भी धूमधाम से मनाया जा रहा गणेश उत्सव, लग रहे गणपति बप्पा के जयकारे - बिहार में छठ की संस्कृति
जिस तरह से बिहार में छठ की संस्कृति मुंबई तक पहुंच गई है, वैसे ही महाराष्ट्र से गणपति महोत्सव की संस्कृति बिहार तक चली आई है. यह उत्सव लोगों को संस्कृति का संदेश भी देता है.
मुंबई की संस्कृति बिहार तक चली आई
दरअसल 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव को जिले के डेहरी में भी लोग बड़े ही धूमधाम से मना रहे हैं. डेहरी नगर परिषद की मुख्य पार्षद विशाखा सिंह भी बड़े धूमधाम से गणपति उत्सव मना रही हैं. इसमें स्थानीय लोग भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि वह महाराष्ट्र की बेटी और बिहार की बहू है. जिस तरह से बिहार में छठ की संस्कृति मुंबई तक पहुंच गई है, वैसे हीं महाराष्ट्र से गणपति महोत्सव की संस्कृति बिहार तक चली आई है. यह उत्सव लोगों को संस्कृति का संदेश भी देता है.
अगले वर्ष जल्दी आने का वादा लेते हैं भक्त
आपको बता दें कि गणेश उत्सव पर भक्त प्यारे बप्पा की मूर्ति अपने-अपने घरों में लाकर उनकी पूजा करते हैं. फिर दसवें दिन यानी अनंत चतुर्दशी को विसर्जन के साथ मंगल मूर्ति भगवान गणेश की विदाई भी की जाती है. साथ ही भक्तजन उनसे अगले साल जल्द आने का वादा भी लेते हैं.