बिहार

bihar

ETV Bharat / state

रोहतास में बिहार की पहली डिजिटल लाइब्रेरी, महिलाओं के कंधों पर संचालन की जिम्मेदारी - महात्मा बुद्ध पिंक लाइब्रेरी

महात्मा बुद्ध पिंक लाइब्रेरी (Mahatma Buddha Pink Library) में सीनियर सिटीजन के लिए अलग बैठने और पढ़ने की सुविधा है. ट्रांसजेंडर के लिए अलग व्यवस्थाएं और सुविधा है. इस लाइब्रेरी में ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोनों प्रकार से पढ़ने की सुविधा उपलब्ध है.

बिहार की पहली डिजिटल लाइब्रेरी
बिहार की पहली डिजिटल लाइब्रेरी

By

Published : Jan 30, 2022, 4:14 PM IST

सासाराम:रोहतास जिले के डेहरी डालमियानगर नगर परिषद में बिहार की पहली डिजिटल लाइब्रेरी (Bihar First Digital Library) खोला गया है. इस डिजिटल लाइब्रेरी का नाम महात्मा बुद्ध पिंक लाइब्रेरी (Mahatma Buddha Pink Library) रखा गया है. 56 लाख की लागत से इसे तैयार किया गया है. बिहार की यह अनूठी लाइब्रेरी में तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं हैं. खास बात ये भी है कि इसे महिलाओं के द्वारा संचालित किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: एक ऐसा मंदिर, जहां गुरुकुल की तर्ज पर 'कामयाबी की पाठशाला' में छात्र लिख रहे हैं सफलता की इबारत

डेहरी डालमियानगर नप की चैयरमैन विशाखा सिंह के मुताबिक लाइब्रेरी में सीनियर सिटीजन और ट्रांसजेंडर के लिए अलग-अलग विशेष व्यवस्था है. यहां ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ने की सुविधा उपलब्ध है. यूएसएन नंबर के साथ केवल स्मार्ट कार्ड के जरिए लाइब्रेरी में प्रवेश पाया जा सकता है. साथ ही इनहाउस कैफेटेरिया की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है.

विशाखा सिंह ने बताया कि महापुरुषों मसलन आर्यभट्ट, चंद्रगुप्त मौर्य, भगत सिंह, डॉ. अब्दुल कलाम आजाद, आचार्य चाणक्य, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, स्वामी विवेकानंद और रामधारी सिंह दिनकर आदि के नाम से अलग-अलग स्लॉट बनाया गया है. पिंक लाइब्रेरी महिला कर्मियों द्वारा संचालित किया जा रहा है. यहां बुक डोनेशन स्लॉट भी है.

डेहरी डालमियानगर नप की चैयरमैन ने कहा कि इस लाइब्रेरी में ऑफलाइन पढ़ाई के साथ ही ऑनलाइन कंप्यूटर के माध्यम से भी पढ़ने की सुविधा है. एसएनआर और एकॉस्टिक मैनेजमेंट के तहत पूर्णत साइलेंस जोन बनाया गया है. लाइब्रेरी में बिना प्रवेश किए हुए आउटर ऑक्युपेंसी डिस्प्ले से सीट नंबर के साथ यह पता चल जाएगा कि लाइब्रेरी में कौन सी सीट खाली या भरी हुई है. इस लाइब्रेरी पर नगर परिषद ने करीब 56 लाख रुपए खर्च किए हैं.


ये भी पढ़ें: शिक्षक नियोजन: 90 हजार से अधिक पद लेकिन चयनित हुए महज 43 हजार, अब चौथे राउंड की काउंसलिंग का इंतजार

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP

ABOUT THE AUTHOR

...view details