रोहतास: करगहर विधानसभा में पहले चरण में चुनाव होने हैं. इस सीट से वर्तमान विधायक वशिष्ट सिंह ने फिर से जदयू के टिकट पर अपना नामांकन दाखिल किया है. वहीं, चुनावी मैदान में जदयू के खिलाफ लोजपा के प्रत्याशियों के उतरने के बाद विधानसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण असंतुलित होने के अनुमान हैं. ऐसे में करगहर विधानसभा सीट से लोजपा, जदयू और महागठबंधन के उम्मीदवारों के बीच बेहद दिलचस्प मुकाबला लगभग तय है.
'जनता विकास के बदले देगी वोट'
लोजपा के उम्मीदावरी पर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने वर्तमान विधायक और जदयू के उम्मीदवार वशिष्ठ सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि अपने पांच साल के कार्यकाल में उन्होंने विकास के कई कार्य किये हैं. लोजपा के चुनाव में उतरने के बाद भी कुछ नहीं होने वाला है. जनता इस बार भी उन्हें उनके किये हुए विकास कार्यों का ईनाम अपने वोट से देगी. वहीं, लोजपा के चुनाव मैदान में उतरने के कारण पर उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.
'बिहार में बह रही विकास की गंगा'
जदयू उम्मीदवार सह वर्तमान विधायक ने आगे कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास की गंगा बह रही है. इसबार के विधानसभा चुनाव में भी कहगहर विधानसभा की जनता जात-पात से ऊपर उठकर विकास के नाम पर वोट करेगी. अपनी जीत का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद विपक्षी दलों की बोलती बंद हो जाएगी और जनता एक बार फिर से विकास पुरुष नीतीश कुमार को चुननें का काम करेगी.
'जनता के लिए समर्पित'
वशिष्ठ सिंह ने आगे कहा कि चुनाव जीतने का बाद से ही वे पूरी तरह से जनता के लिए समर्पित हो चुके है. उन्होंने अपने क्षेत्र के युवाओं के भविष्य को देखते हुए इलाके में इंजीनियरिंग कॉलेज और करगहर में 100 बेड का एक विशाल अस्पताल का निर्माण करवाया है. उन्होंने आगे कहा कि कोचस में भी उन्होंने सरकारी अस्पताल के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया और क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछा दिया. लोजपा उम्मीदवार के आने से समीकरण बिगड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह किसी से नहीं डरते हैं. उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास का काम किया है. जनता उनपर इस बार भी अपना भरोसा जताएगी.
गौरतलब है कि एनडीए से बागी हुई लोजपा सीधे तौर पर जदयू को नुकसान पहुंचाना चाहती है. लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था. जिसके बाद एलजीपी ने अपने हर विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार उतारने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. खासकर ऐसे क्षेत्र जहां से जदयू के प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. रोहतास में भी कई विधानसभा सीटों पर एलजेपी ने अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है. जिससे जदयू को एक अनचाही पारेशानियों को सामना करना पड़ रहा है.