रोहतास:प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वहीं, दूसरी ओर रोहतास में शीतलहर कहर बरपा रही है. ठंड की वजह से लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं. इन सबके बीच प्रशासन के इंतजाम पर ईटीवी भारत ने जब ग्राउंड जीरो पर जाकर जांच पड़ताल की, तो स्थिति दयनीय निकली.
ठंड के कारण सबसे अधिक परेशानी उन गरीब तबके के लोगों को होती है, जो रात के वक्त सड़क के किनारे अपनी जिंदगी गुजारने को मजबूर हैं. लिहाजा, ऐसे गरीबों के लिए नगर परिषद ने सासाराम के कचहरी मोड़ स्थित पुराने ऑडिटोरियम में आश्रय गृह का निर्माण कराया था. ताकि इस आश्रम में गरीब अपनी रात को गुजार सकें. लेकिन बदनसीबी का आलम यह है कि नगर परिषद की लापरवाही के कारण इस आश्रय गृह का पूरा लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है.
नदारद हैं लोग...
आश्रय में महज एक मामूली से कम्बल के सहारे ही बेसहारा लोग ठंड को दूर भगा रहे हैं. ऐसे में आखिर इस कड़ाके की ठंड में महज एक कंबल से लोग कैसे ठंड से निजात पा सकेंगे. ये चिंतनीय है. वहीं, इस आश्रय में लोग काफी कम संख्या में पहुंच रहे हैं क्योंकि नगर परिषद ने इस आश्रय का प्रचार-प्रसार भी नहीं कराया था ताकि लोगों को इसकी जानकारी मिल सके. लिहाजा, आश्रय खुलने के बाद भी यहां मुसाफिरों की संख्या बिल्कुल न के बराबर है.
कुमारी हिमानी, कार्यपालक अभियंता, नगर परिषद नगर परिषद का दावा- पुख्ता इंतजाम
इस बारे में जब नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता कुमारी हिमानी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि शहर में पुराने ऑडिटोरियम में आश्रय का निर्माण कराया गया है. लिहाजा, इस आश्रय में लोग आकर अपनी रात गुजार रहे हैं. लेकिन नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता का दावा कितना सच है इसका अंदाजा खुद ग्राउंड रिपोर्ट से लगाया जा सकता है. नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता के कथनी और करनी में आसमान जमीन की फर्क नजर आ रहा है.