सासाराम: कहते हैं कि हौसले बुलंद हो तो मुफलिसी भी मायने नहीं रखती. कुछ यही जज्बा जिले के डालमियानगर स्थित रजवरवा बीघा के निवासी मोहित के अंदर देखने को मिला है. निम्न मध्यम परिवार से ताल्लुक रखने वाला मोहित बचपन से ही पढ़ने में होनहार है. उसकी मेहनत के बल पर आज वह 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 468 अंक लाकर जिले का टॉपर बन अपने माता-पिता सहित जिले का नाम रोशन किया है.
ऑटो चालक का बेटा बना जिला टॉपर, IAS बन देश सेवा करने की है चाहत
मेहनत के बल पर आज वह 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 468 अंक लाकर जिले का टॉपर बन अपने माता-पिता सहित जिले का नाम रोशन किया है.
ऑटो चालक हैं मोहित के पिता
मोहित की मां ममता सिन्हा गृहणी और पिता ऑटो ड्राइवर हैं. मां छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर अपने बेटों को पढ़ा रही है. आज जब वही बेटा जिले में अव्वल आया है तो मां की खुशियों का ठिकाना नहीं है. बेटे को मिठाई खिलाते हुए उनकी आंखें खुशी से छलक पड़ती हैं. उनकी इच्छा है कि मोहित आईएएस बने.
वहीं, पिता कृष्णा श्रीवास्तव कहते हैं कि तमाम परेशानियों के बीच ऑटो के चलाकर बेटे की परवरिश की है. बेटे ने जिला टॉप करके हमारा कलेजा चौड़ा कर दिया है.
आईएएस बनना चाहता है मोहित
मोहित भविष्य में आईएएस ऑफिसर बन लोगों की सेवा करना चाहता है. आर्थिक तंगी के बावजूद उसके हौसले बुलंद हैं.