रोहतास: जिले में रविवार को आशा कार्यकर्ता संघर्ष समिति और ममता संघर्ष समिति के बैनर तले आशा और ममता कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को भी दिखावा बताया. बता दें कि आशा कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन समाहरणालय से निकलकर सिविल सर्जन कार्यालय होते हुए पोस्ट ऑफिस चौराहा पहुंचा.
रोहतास: आशा-ममता कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' योजना को बताया दिखावा - 30 नवंबर को पटना में करेंगे प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने आशा और ममता कार्यकर्ताओं को 18 हजार मानदेय देने की सिफ़ारिश की है. लेकिन राज्य सरकार उसके अनुसार कार्य नहीं कर रही है.
30 नवंबर को पटना में करेंगे प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने आशा और ममता कार्यकर्ताओं को 18 हजार मानदेय देने की सिफ़ारिश की है. लेकिन राज्य सरकार उसके अनुसार कार्य नहीं कर रही है. अगर राज्य सरकार ने आशा और ममता कार्यकर्ताओं का मानदेय नहीं बढ़ाया, तो ये आंदोलन और आगे बढ़ेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि आशा और ममता कार्यकर्ता आगामी 30 नवंबर को पटना में मुख्यमंत्री के सामने प्रदर्शन करेंगे.
सरकार की होगी पूरी ज़िम्मेदारी
आशा कार्यकर्ता संघर्ष समिति के प्रमंडलीय मंत्री शंभू नाथ पांडे ने बताया कि अगर उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया गया, तो वे लोग हड़ताल पर भी जा सकते हैं. जिसकी पूरी ज़िम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.