पूर्णियां: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच नवजात शिशु और छोटे बच्चों पर कोरोना का खतरा सबसे ज्यादा मंडरा रहा है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चलाएगा. नवजात शिशुओं के स्तनपान और छोटे बच्चों के पोषाहार को लेकर जिले के सभी 14 प्रखंडों के 234 पंचायतों में शनिवार से सर्वे अभियान चलाया जाएगा.
30 जून तक चलेगा कैंपेन
इसके लिए जिले के सिविल सर्जन मधुसूदन प्रसाद ने चिकित्सक समेत स्टाफ नर्स, एएनएम और आशा को कई अहम दिशा-निर्देश दिए हैं, जो 30 जून तक शहरी इलाके समेत सुदूर ग्रामीण बस्तियों में सर्वे अभियान चलाएंगे. मधुसूदन प्रसाद ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया साइट्स पर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं. इसके तहत कोरोना से संक्रमित मां के गर्भवती होने पर शिशुओं को भी कोरोना से संक्रमित बताया जा रहा है, जो बिल्कुल भ्रामक है.
उन्होंने कहा कि मां के गर्भ का आवरण बच्चों को हर खतरनाक वायरस से बचाने में सक्षम होता है. लिहाजा, स्वास्थ्य विभाग के रियालिटी चेक में यह पूरी तरह फेक साबित हुआ है. जन्म के बाद नवजात शिशुओं को बचाने के लिए कई एहतियात की जरूरत होती है. इसे लेकर जिले के स्वास्थ्य महकमे की ओर से शहरी इलाकों के साथ ही सुदूर ग्रामीण बस्तियों में जनजागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं.
सभी प्रखंडों में सर्वेक्षण अभियान