जेडीयू में थप्पड़कांड की गूंज पूर्णिया: बिहार जदयू में अब सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. 25 फरवरी को होने वाली महागठबंधन की बड़ी रैली से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी में फूट की बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, महागठबंधन की रैली को लेकर पटना से जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सर्किट हाउस पहुंचे थे. हालांकि उमेश कुशवाहा के तय कार्यक्रमों में रंग के भंग तब पड़ गया. जब जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पूर्णिया युवा जदयू जिलाध्यक्ष रंजन कुशवाहा को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया. सर्किट हाउस संग्राम स्थल में बदल गया.
ये भी पढ़ें- महिला डॉक्टर ने सहयोगी को जड़े थप्पड़, सीसीटीवी में वारदात कैद
''हम चमचागिरी नहीं करते हैं, चमचागीरी नहीं करने की वजह से झड़प हुई है. अगर अध्यक्षजी को हटाना है तो वो हमें हटा सकते हैं. हम नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के रूप में देखने के लिए काम करते रहना चाहते हैं. हम जेडीयू के जमीनी कार्यकर्ता है. हम मुख्यमंत्री जी के लिए काम कर रहे हैं. पार्टी की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं.'' - रंजन कुशवाहा, जदयू युवा जिलाध्यक्ष, पूर्णिया
जेडीयू में थप्पड़कांड : थप्पड़ कांड के बाद पूर्णिया जदयू युवा जिलाध्यक्ष रंजन कुशवाहा और प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के बीच हाथापाई शुरू हो गई. मौके पर मौजूद जदयू कार्यकर्ताओं ने नाम न बताने के शर्त पर बताया कि दोनों एक दूसरे को भद्दी भद्दी गालियां देने लगे. वहीं इस थप्पड़कांड की वजह जदयू युवा जिलाध्यक्ष रंजन कुशवाहा की ओर से प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को अपना इस्तीफा सौंपना बताया जा रहा है.
सर्किट हाउस में हाथापायी!: गौरतलब हो कि जदयू प्रदेश अध्यक्ष 25 फरवरी को होने वाली महागठबंधन की रैली से ठीक पहले पार्टी की बैठक को लेकर पूर्णिया सर्किट हाउस पहुंचे थे. कि तभी पार्टी में जारी भितरघात से नाराज जदयू युवा जिलाध्यक्ष रंजन कुशवाहा अपने प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को अपना इस्तीफा सौपने पहुंचे. इसी से तिलमिलाए उमेश कुशवाहा ने युवा जिलाध्यक्ष पर थप्पड़ जड़ दिया.
जेडीयू में टूट तय?: थप्पड़कांड के बाद पार्टी का माहौल गर्म है. पार्टी में टूट तय है. मामले की जानकारी देते हुए युवा जदयू जिलाध्यक्ष रंजन कुशवाहा ने बताया कि मौजूदा स्थिति ऐसी है कि पार्टी तीन गुट में बंटा चुकी है. इसी बात को जब उन्होंने उन्होंने जदयू पदाधिकारी के समझ उठाया तो उनसे इस्तीफे की मांग हो गई. जिसके बाद वे आज सर्किट हाउस में जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के समक्ष अपना इस्तीफा लिए पहुंचे थे. यहां उनकी बात सुनने की बजाए उन्हें थप्पड़ जड़ दिया गया. वहीं इस थप्पड़कांड के बाद जदयू में फूट के कयास लगाए जा रहे हैं.
जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं: गौरतलब हो कि जनता दल यूनाइटेड के लिए अगले कुछ महीने बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होने वाले हैं. पार्टी का राष्ट्रीय जनता दल RJD में विलय होगा या पार्टी में टूट? इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में कयास लगाए जा रहे हैं. जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के प्रकरण को लेकर पार्टी के भीतर जिस प्रकार घमासान मचा है, उसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी में अब कुछ भी ठीक नहीं चल रहा.