पूर्णियाः लॉकडाउन में बिहार के बाहर फंसे प्रवासियों का वापस लौटने के सिलसिला शुरू हो चुका है. गुजरात के सूरत से चली श्रमिक व स्टूडेंट स्पेशल ट्रेन 1225 लोगों को लेकर गुरुवार को पूर्णिया पहुंची. इस स्पेशल ट्रेन में बिहार के 32 जिले के लोग शामिल रहे.
इस दौरान घंटों सफर के बाद गृह जिले पहुंचे लोगों के अभिवादन के लिए खुद जिले के डीएम व एसपी समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. वहीं, तकरीबन 12 घंटें की देरी से यह ट्रेन स्टेशन पर पहुंची. निबंधन व स्क्रीनिंग के बाद सभी अपने गृह जिले के लिए बसों से रवाना हो गए.
बिहार पहुंचे प्रवासी मजदूर 32 जिले के 1225 प्रवासी बिहारी पहुंचे अपने घर
जानकारी के मुताबिक गुजरात के सूरत से चले श्रमिक व स्टूडेंट स्पेशल ट्रेन में बिहार के गया, दरभंगा, समस्तीपुर, नालंदा, जमुई, रोहतास, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, पटना, शेखपुरा, अरवल, सीतामढ़ी, छपरा, मधुबनी, भोजपुर, नवादा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, सिवान, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, बक्सर, मुजफ्फरपुर
व किशनगंज समेत 32 जिले के 1225 लोग शामिल रहें.
पूर्णिया से बसों के जरिए गृह जिले के लिए हुए रवाना
वहीं, इस दौरान किसी भी श्रमिक व स्टूडेंट को परेशानी न हो. इसके लिए लिहाजा प्लेटफार्म संख्या एक पर जगह-जगह निबंधन, मेडिकल व फूड डिस्ट्रीब्यूशन स्टॉल लगाए गए थे. इस दौरान ट्रेन से उतरते ही सभी यात्री भारी पुलिस बल की मौजूदगी में स्टेशन पर उतरे. जहां निबंधन और स्क्रीनिंग के बाद फूड पैकेट व वाटर बाटल लिए सभी श्रमिक व स्टूडेंट स्टेशन परिसर के बाहर लगे बसों में बैठकर अपने गृह जिले के लिए रवाना हुए. इस दौरान तैनात पुलिसकर्मी व डिप्यूटेड अधिकारियों ने लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक ले जाने वाली बसों तक पहुंचाने में उनकी मदद की.
मजदूरों की हो रही थर्मल स्क्रीनिंग स्टेशन पर रही पुख्ता प्रशासनिक व्यवस्था
इस बाबत डीएम राहुल कुमार ने कहा कि गुजरात व महाराष्ट्र से चलकर दो ट्रेनें पूर्णिया आ रही है. लिहाजा सभी 2400 यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो लिहाजा मेडिकल, निबंधन, फूड स्टाल सहित हेल्प डेस्क बनाए गए हैं. सभी सकुशल घर जाए इसके लिए बसों की व्यवस्था भी कराई गई है.
वहीं, मीडिया से बात करते हुए एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि सूरत से आ रहे एक भी श्रमिक व स्टूडेंट बगैर स्क्रीनिंग के न निकले इसके लिए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस के सैकड़ों जवान समेत बड़े पुलिस पदाधिकारियों की इन पर नजर हैं. साथ ही गृह जिले तक ले जाने के लिए स्काउट की भी व्यवस्था कराई गई है.
लोगों ने सरकार को कहा शुक्रिया
वहीं, 12 घंटों के बाद ही सही लंबे वक्त से लॉकडाउन के कारण सूरत में फंसे श्रमिक व स्टूडेंट बिहार लौटकर काफी खुश नजर आए. इस बाबत बेहतर इंतजामों के लिए मीडिया से बात करते हुए सभी ने सरकार व जिला प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया.