पूर्णिया: बीएनएमयू और पूर्णिया यूनिवर्सिटी की आपसी खींचतान के बीच प्रमोटेड छात्रों की परीक्षा अधर में अटक गई है. इससे नाराज छात्रों ने गुरुवार को हंगामा. नाराज छात्रों ने आंदोलन करते हुए सभी विभागीय कार्य स्थगित करा दिया. छात्रों ने विवि कुलपति पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और कॉलेज के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया.
छात्रों ने दोनों विश्वविद्यालय पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. नाराज छात्रों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी. छात्रों का कहना है कि अगर 3 दिन में समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो एक दिसंबर से परीक्षा समेत विश्वविद्यालय के सभी काम रोक दिए जाएंगे.
एकजुट होकर आंदोलन करेंगे छात्र
छात्र नेता राणा यादव और राहुल यादव ने कहा कि कई बार पूर्णिया विश्वविद्यालय और बीएनएमयू के कुलपति से बात करने की कोशिश की गई है. हर बार आश्वासन से काम चलाया जाता रहा. थक-हारकर छात्रों को विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा. अब इसके बाद भी 3 दिन में पूर्णिया विश्वविद्यालय और बीएनएमयू समस्या को लेकर गंभीर नहीं होती है और प्रमोटेड छात्रों की परीक्षा की तिथि जारी नहीं की जाती तो छात्र एकजुट होकर आंदोलन पर उतरेंगे. परीक्षा समेत सभी कार्यों को पूरी तरह रोका जाएगा.
कॉलेज में विरोध प्रदर्शन करते छात्र. "बीएनएमयू और पूर्णिया विश्वविद्यालय के चक्कर में 5 हजार छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है. दोनों की लापरवाही के कारण पार्ट वन में प्रमोटेड छात्र पार्ट थर्ड की परीक्षा फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं. दोनों यूनिवर्सिटी की खींचतान में छात्रों की डिग्री पर सवाल खड़ा हो गया है."- करण यादव, छात्र नेता