पूर्णियाः जिले में लोक शिक्षा समिति बिहार की तरफ से चार दिवसीय प्रांतीय प्रधानाचार्य सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के तीसरे दिन मुख्य अतिथि के तौर पर आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक रामदत्त चक्रधर प्राचार्यों को संबोधित करने पहुंचे. इस दौरान 'शिक्षा और गुरुत्व' विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया. सम्मेलन में समूचे प्रांत से 203 प्रधानाचार्यों ने हिस्सा लिया.
प्रधानाचार्यों को गुरु मंत्र
आरएसएस के प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने शिक्षा में गुरुत्व के महत्व पर अपने अमूल्य व्याख्यान प्राधानाचार्य और शिक्षकों के बीच रखा. इस बाबत बतौर वरिष्ठ अतिथि कार्यक्रम में शिरकत करने पंहुचे लोक शिक्षा समिति के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बेहतर गुरुत्व के टिप्स दिए.
मूक मिलाप से कार्यक्रम की शुरुआत
बता दें कि लोक शिक्षा समिति बिहार के इस चार दिवसीय प्रधानाचार्य सम्मेलन का शुभारंभ 28 फरवरी को प्रधानाचायों के मूक मिलाप कार्यक्रम से हुआ था. कार्यक्रम का समापन सोमवार को गुरु छात्र संस्कार पूजा से होगा. लोक शिक्षा समिति के सचिव नकुल कुमार शर्मा ने बताया कि हर साल विद्या भारती विद्यालय के प्रधानाचार्यों का वार्षिक सम्मेलन आयोजित कराया जाता है. इसके तहत हर साल की तरह इस बार भी सरस्वती शिशु मंदिर, सरस्वती विद्या मंदिर और सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य सम्मेलन में शामिल हुए है.
आदर्श शिक्षक देने की कोशिश
नकुल कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षकों को पूरी शक्ति लगाकर शिक्षा जगत और विद्यार्थियों में अपनी पहचान बनानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अपने विद्यालय को समाज की पहली प्राथमिकता से जोड़ने और आदर्श शिक्षक देने की दिशा में प्रयास करने की जरूरत है.