पूर्णिया: जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है. वहीं, बिहार के पूर्णिया में भी इस हिंसा का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. सीमांचल में जेएनयू हिंसा के विरोध में भीम आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए. उन्होंने सड़क जामकर घंटों धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान भीम सेना के कार्यकर्ता हाथों में झंडे और तख्तियां लिए नजर आए और उन्होंने जमकर नारेबाजी की.
भीम सेना की ओर से जेएनयू हिंसा के खिलाफ एक विशाल आक्रोश रैली निकाली गई. जो शहर के पूर्णिया कॉलेज रोड़, थाना चौक, गिरिजा चौक, आस्था मंदिर रोड, जेल रोड़, टैक्सी स्टैंड, भट्टा बाजार होते हुए आरइन शॉव चौक पहुंची. जहां भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जेएनयू हिंसा के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया.
विरोध प्रदर्शन करते भीम आर्मी के कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
प्रदर्शन के दौरान जेएनयू हमले का विरोध करती तख्तियां भी नजर आईं. जिसपर जेएनयू हमले की निंदा से जुड़े स्लोगन लिखे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारी हाथों में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की फोटो लिए इनकी रिहाई की मांग के समर्थन में नारे लगाते नजर आए. विरोध प्रदर्शनों के दौर में प्रदर्शनकारियों ने तकरीबन आधे घंटे तक शहर के सेंटर पॉइंट आरइन शॉव चौक को पूरी तरह बंद रखा. वहीं, प्रदर्शन के दौरान आवगमन पूरी तरह बाधित रहा.
भीम सेना ने निकाला आक्रोश मार्च जेएनयू में हमला आतंकी हमला- मो. इलियास
भीम आर्मी जिलाध्यक्षन मो. इलियास और नगर अध्यक्ष अरमान खान ने जेएनयू हमले को आतंकी हमले कि संज्ञा देते हुए कहा, 'जिस तरह जेएनयू के कम्युनिस्ट छात्रों को टारगेट कर उन्हें निशाना बनाया गया. यह किसी आतंकी हमले से कम नहीं है.'
चंद्रशेखर की रिहाई को लेकर मांग वहीं, केंद्र सरकार पर हमले करते हुए भीम सेना के नेताओं ने कहा , 'एक तरफ सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का नारा दे रही है. तो वहीं, दूसरी तरफ बेटियों की रॉड और लाठी डंडों से सिर और हड्डियां तोड़ी जा रही है. एनआरसी-एनआरपी के विरोध में खड़े होने पर पुलिस, हिन्दू रक्षा दल और एबीवीपी के कार्यकर्ता जेएनयू स्टूडेंट्स को निशाना बनाते हैं. लिहाजा, इन प्रदर्शनों के बाद भी अगर सरकार नहीं चेतती, तो सरकार को छात्र ईंट का जवाब पत्थर से देंगे.'