पूर्णिया: जिले के मशहूर लाइन होप स्थित एक निजी अस्पताल की शर्मनाक हरकत सामने आई है. जहां पैसे ऐंठने की एवज में महिला की मौत के बाद भी उसके शव को 3 दिनों तक आईसीयू के वेंटीलेटर पर सुलाए रखा गया.साथ ही मृत महिला के परिवार वालों से इलाज के नाम पर 8 लाख रुपये भी वसूल किए गए. वहीं, महिला के मौत की सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. लेकिन, घटना के घंटों बीतने के बाद भी पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची.
मृतक महिला की पहचान जिले के फौजी की पत्नी रानी कुमारी के रूप में हुई है. मृतका खगड़िया की रहने वाली है. जहां वह बीते एक सप्ताह पहले सड़क हादसे का शिकार हो गयी थी. इसके बाद उसे होप स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
अस्पताल प्रबंधन पर गुस्साए मृतक के परिजन पैसे ऐंठने के लिए रखा था शव
परिजनों का आरोप है कि 3 दिनों से उन्हें मरीज से मिलने नहीं दिया जा रहा था. मंगलवार शाम को भी परिजनों से 2 लाख 8 हजार रुपये जमा करने की बात कही गई. जिसके बाद परिजनों ने पेसेंट को यहां से रेफर करने की मांग करते हुए, पैसे देने से मना कर दिया था. बाद में आधी रात को अस्पताल प्रबंधन की ओर से फोन कर परिजनों को महिला के मौत की सूचना दी गई. परिजनों का कहना है कि रानी की मौत 3 दिन पहले ही वेंटीलेटर से गिरने के कारण हो गई थी. लेकिन, अस्पताल वालों ने पैसे ऐंठने के लिए महिला के शव को रोके रखा था.
सुनीता सिंह, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष न्याय नहीं मिलने पर करेंगे प्रदर्शन
महिला की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में मातम पसर गया और परिजनों का गुस्सा अस्पताल प्रबंधन पर फूट पड़ा. हंगामे की भनक लगते ही अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी ऑफिस छोड़ भाग खड़े हुए. पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता सिंह ने बताया कि इस घटना को लेकर उनके पति पूर्व विधायक शंकर सिंह ने जिले के डीएम को इसकी सूचना दी. जिसके बाद डीएम राहुल कुमार ने वहां आने का आश्वासन दिया. लेकिन घंटों बीतने के बाद भी जिलाधिकारी या प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा. वहीं, परिजनों ने न्याय नहीं मिलने पर शव के साथ प्रदर्शन की चेतावनी दी है.