पूर्णिया: जिले की पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. बीते 12 मार्च को गोकुल कृष्ण ठाकुरबाड़ी से अष्टधातु मूर्ति चोरी करने वाले 10 चोरों को आखिरकार पुलिस ने धर दबोचा है. पकड़े गए चोरों का नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ा है. वहीं, हाट थाने से चोरी हुई इन मूर्तियों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक बेशकीमती मूर्तियों को नेपाल ले जाने के फिराक में था. हालांकि अब भी घटना का मुख्य मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
अरिरिया और कटिहार मूर्ति चोरी में था हाथ
पुलिस के मुताबिक जिले के अलावा कटिहार और अररिया से चोरी की गई अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी में इन्हीं शातिर चोरों का हाथ था. वहीं, शातिर चोरों से की गई पूछताछ में कई चौकाने वाले राज पुलिस को हाथ लगी है.
SP ने दी जानकारी
एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि बीते 12 मार्च को गोकुल कृष्ण ठाकुरबाड़ी से चोरी हुई अष्टधातु मूर्ति चोरी मामले में पुलिस लगातार वैज्ञानिक अनुसंधान कर रही थी. जिसके बाद पुलिस की सफलता रंग लाई. उन्होंने कहा कि जांच में ठाकुरबारी शंकर चौक से विकास सिंह और नेताजी चौक से सूरदास नामक के संदिग्ध के बारे में कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी. जांच में एक के बाद एक घटना में शामिल 10 चोरों के बारे में पुलिस को कई गुप्त जानकारी मिली.
पूर्णिया से ईटीवी भारत की रिपोर्ट बरामद हुआ सामान
एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि सदर एसडीपीओ आनंद कुमार पांडे के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई. जिसके बाद घटना में शामिल 10 शातिर चोरों को पुलिस ने श्री राम, जानकी और लक्ष्मण भगवान की अष्टधातु की मूर्तियों के साथ धर दबोचा. वहीं, पुलिस के हत्थे चढ़े 10 चोरों के पास से एक कार और 8 मोबाइल भी बरामद किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि इस अपराध का मास्टमाइंड फरार है.