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भोपाल में अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद, पूर्णिया में लोगों ने किया प्रदर्शन - भोपाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के राष्ट्रीय सलाहकार गंधर्व आनंद ने कहा कि भोपाल में हुई घृणित प्रकरण को लकेर दिल्ली के जंतर-मंतर से लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है. अगर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.

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हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

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Published : Dec 3, 2019, 11:53 AM IST

पूर्णिया:भोपाल में शहीद चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति हटाकर पूर्व सीएम अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाने को लेकर जिले में हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. माता स्थान चौक स्थित शहीद ध्रुव कुताए गोलंबर पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि अगर आज के देशव्यापी प्रदर्शन के बाद भी भोपाल सरकार नहीं जागती है तो उग्र आंदोलन होगा.

हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के राष्ट्रीय सलाहकार गंधर्व आनंद

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ट्रैफिक समस्या का हवाला देकर 3 साल पहले शहीद चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति हटाकर एक कोने में स्थापित की गई थी. इसके बाद सरकार ने कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिमा उनकी जयंती के अवसर पर वहां लगा दी, जहां ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रहने का हवाला देकर शहीद चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति हटाई गई थी.

बयान देते हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के सदस्य

भोपाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
इसी के बाद से भोपाल से निकली प्रदर्शन की चिंगारी देश के कोने-कोने में फैल गई. हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के राष्ट्रीय सलाहकार गंधर्व आनंद ने कहा कि भोपाल में हुई इस घृणित प्रकरण को लकेर दिल्ली के जंतर-मंतर से लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है. इस आंदोलन में अब खुद शहीद भगत सिंह का परिवार उतर आया है. चंद्रशेखर आजाद के परपौत्र अमित आजाद के भूख हड़ताल के साथ देश भर में प्रदर्शन किया जा रहा है.

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उग्र आंदोलन करने की चेतावनी
हिरिप के मीडिया प्रमुख सागर कुमार झा ने कहा कि जिस प्रकार शहीद चंद्रशेखर आजाद का अपमान किया गया है यह कतई माफी के काबिल नहीं है. देश की आजादी के लिए जिन्होंने हंसते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी उनकी प्रतिमा हटाकर उनका अपमान किया गया है. ये देश की सभ्यता, संस्कृति और इतिहास के साथ खिलवाड़ है. अगर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.

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