बिहार

bihar

ETV Bharat / state

बिहार: एक स्कूल ऐसा भी जहां 'ट्रेन के डिब्बों' में चलती है क्लास, CM नीतीश भी कर चुके हैं तारीफ

पूर्णिया में महेन्द्रपुर उच्च विद्यालय की दीवारों से लेकर खिड़कियों व दरवाजों को ऐसा गजब का लुक दिया गया है कि जिसका चप्पा-चप्पा किसी स्टेशन और कक्षाएं किसी खूबसूरत रेल यात्रा पर होने का एहसास कराती हैं.

train like-school
train like-school

By

Published : Sep 16, 2020, 5:32 PM IST

पूर्णिया: बच्चों को सरकारी स्कूल की तरफ आकर्षित करने के उद्देश्य से महेन्द्रपुर में उच्च विद्यालय के प्रिंसिपल ने एक अनोखा प्रयोग किया है. उन्होंने स्कूल के भवन को रेल की बोगी की तरह बनाया है. रेल के कोच की तरह स्कूल के कमरों को सजा दिया गया है.

वहीं, इस विद्यालय में किए इस अनूठे प्रयोग के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य की खूब तारीफ हो रही है. इतना ही नहीं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से विद्यालय का उद्घाटन करते हुए सीएम नीतीश कुमार भी खुद को इसकी प्रशंसा करने से नहीं रोक सके. इस विद्यालय के खूबसूरत थीम के पीछे का कारण पूछा और फिर प्रधानाचार्य की तारीफ करने से भी नहीं चूके.

ट्रेन की शक्ल में स्कूल

ट्रेन की शक्ल में स्कूल
दरसअल, लॉकडाउन और अनलॉक की घड़ी का सही इस्तेमाल करते हुए यह अनूठा प्रयास महेंद्रपुर के विक्रमपुर स्थित उच्च विद्यालय में किया गया है. विद्यालय की दीवारों से लेकर खिड़कियों व दरवाजों को ऐसा गजब का लुक दिया गया है कि जिसका चप्पा-चप्पा किसी स्टेशन और कक्षाएं किसी खूबसूरत रेल यात्रा पर होने का एहसास कराती है.

महेंद्रपुर उच्च विद्यालय

रेल के सफर का एहसास कराता है स्कूल
इस विद्यालय में कक्षाओं की शुरुआत, भोजनावकाश और समाप्ति से ठीक पहले अब क्लास बेल के बजाय बच्चों की प्यारी छुक-छुक करती ट्रेन की सवारी की धुन गूंजेगी. खास बात यह है कि यहां बच्चे को पढ़ाई के साथ ही यातायात के नियमों की भी जानकारी दी जाएगी. कक्षाओं के भीतर स्मार्ट एलईडी स्क्रीन और पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से पढ़ाने की विशेष सुविधा उपलब्ध कराई गई है. वहीं, कक्षा व कैंपस में ऐसे साउंड सिस्टम फिट किए जा रहे हैं, जो स्टेशन अनाउंसमेंट जैसी होगी.

देखें रिपोर्ट

कोरोना की बोरियत दूर करेगा स्कूल
विद्यालय के प्रधानाचार्य प्राण मोहन झा बताते हैं कि कोरोना काल ने बच्चों की छुट्टियां बर्बाद कर दी. वे अपनी चहेती रेल यात्राएं नहीं कर सके और ना ही इस दौरान कहीं घूमने का ही मौका मिला. लिहाजा बच्चे बड़े ही बेसब्री से विद्यालय खुलने की राह देख रहे हैं. बच्चों के जहन से कोरोना का भय भगाने के साथ ही पढ़ाई के प्रति बच्चों में गहरी दिलचस्पी जगाने के लिए विद्यालय के दीवारों को ट्रेन का आकर्षक लुक दिया गया है.

प्राण मोहन झा, प्रधानाचार्य

विद्यालय के खुलने का बेसब्री से इंतजार
विद्यालय की छात्राएं कहती हैं कि उन्हें बेहद बेसब्री से विद्यालय के खुलने का इंतजार है. उन्होंने कहा कि छात्रों ने स्कूल और ट्रेन की यात्रा को बहुत मिस किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यालय के दीवार को ट्रेन का आकर्षक लुक दिया गया है. इससे पढ़ाई मनोरंजक होगी.

छात्रा

मिल चुका है राष्ट्रपति सम्मान
गौरतलब हो कि इस सरकारी विद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर और पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार से जुड़े बेहतर प्रयोगों के लिए प्रधानाध्यापक प्राण मोहन झा को राष्ट्रपति पुरस्कार सहित कई दूसरे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details