पूर्णिया:जिले में विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की ओर से सरकार के खिलाफ रैली निकाली गई. जो प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय पहुंचकर संपन्न हुआ. इस रैली को दर्जनों संगठनों का समर्थन मिला. वहीं, संघ के प्रमंडलीय मंत्री ने मांगें पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
सरकार के खिलाफ नारेबाजी
पुराना पेंशन स्कीम लागू करने, स्थायी कर्मचारी का दर्जा देने सहित ऐसे ही दजनों मांगों को लेकर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सैंकड़ों सदस्यों ने प्रदर्शन किया. साथ ही स्थायीकरण की मांग को ले सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन प्रमंडलीय आयुक्त को सौंपा मांगपत्र
रैली का आयोजन सदर अस्पताल प्रांगण से किया गया. जहां विभिन्न संगठनों के सैकड़ों सदस्य गोलबंद हुए. यहां से निकल कर यह रैली लाइन बाजार ,पंचमुखी ,जेल रोड ,ऑटो स्टैंड ,आर एन शॉव, कचहरी होते हुए आयुक्त कार्यालय पहुंचा. साथ ही संगठन मंत्री के नेतृत्व में अराजपत्रित सदस्यों की एक टीम ने प्रमंडलीय आयुक्त से मुलाकात की. प्रमंडलीय आयुक्त सफीना ए. एन को मांगों से जुड़ा आवेदन पत्र सौंप सरकार तक इनकी बात पहुंचाने की अपील की.
रैली के माध्यम से किया विरोध प्रदर्शन उग्र प्रदर्शन की चेतावनी
अराजपत्रित महासंघ के प्रमंडलीय मंत्री सुशील कुमार झा ने बताया कि इस रैली का मुख्य उद्देश्य सरकार की एकपक्षीय नीति को समाप्त करना है. उन्होंने कहा कि हमारी कुछ महत्वपूर्ण मांगे हैं. इनमें नए पेंशन स्कीम को खत्म कर पुराना पेंशन स्कीम लागू करना ,ठेका संविदा के जरिए बेरोजगारी की ओर समाज को अग्रसर करने की नीति को समाप्त कर कार्यरत कर्मचारियों की बहाली को नियमित करना ,साथ ही राज्य में ठेका या संविदा पर बहाल किए जाने के बजाए सभी बहाली नियमित हो.
सुशील कुमार झा, अराजपत्रित महासंघ के प्रमंडलीय मंत्री सरकार के खिलाफ धरना
बिहार राज्य अराजपत्रित महासंघ के बैनर तले आशा, स्कीम वर्कर और आउटसोर्सिंग पर बहाल लोगों ने धरना दिया. उन्होंने कहा कि सरकार उनके मांगों को नहीं मानती तो वे जल्द ही सड़कों पर उतरेंगे और उग्र प्रदर्शन करेंगे.