पूर्णिया: शराब माफिया समर घोष (Liquor Mafia Samar Ghosh) को लेकर चौंकाने वाली कहानी सामने आई है. इस शराब माफिया की फिल्मी लव स्टोरी (Love Story of Liquor Mafia) बेहद दिलचस्प है. इसने एयर होस्टेस को पटाने के लिए साल में 50 बार बिजनेस क्लास में हवाई यात्रा की. इस दौरान वह टिप के तौर बड़ी रकम दिया करता था.
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दरअसल बिहार पुलिस की मद्यनिषेध इकाई ने पश्चिम बंगाल के रहने वाले अंतरराज्यीय शराब माफिया समर घोष को गुजरे 6 जनवरी की रात पूर्णिया से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उसने कई राज खोले हैं. जिनमें शराब तस्करी से करोड़पति बनने का सफर और कथित प्रेम कहानी शामिल है. पुलिस की पकड़ में आने के बाद खुलासा हुआ है कि महज दसवीं तक पढ़ा समर घोष पहले सब्जी बेचता था.
शराब का बड़ा माफिया समर घोष नकली शराब के निर्माण और सप्लाई कर चंद दिनों में सब्जी विक्रेता से करोड़पति बन गया था. पूर्णिया से सटे पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिला में इसका बड़ा सिंडिकेट चलता था, जहां नकली शराब का निर्माण कर वह बिहार के कई जिलों में नकली और विदेशी शराब की बड़े पैमाने पर सप्लाई करता था. कई बार पूर्णिया समेत अन्य जिलों में उसके द्वारा भेजे गए कई ट्रक शराब पकड़े गए थे. कई थानों में समर घोष के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी. इसके बावजूद वह अब तक शराबबंदी कानून के शिकंजे से बाहर था.
बताया जाता है कि समर घोष अय्याश टाइप का इंसान था. शराब के धंधे में अचानक करोड़पति बना समर घोष अक्सर अपने साथियों को दावत देता रहता था. इसी पार्टी के दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. वह अक्सर हवाई यात्रा भी किया करता था. अय्यासी और मौज के साथ ही समर की लव स्टोरी किसी फिल्म से कम नहीं थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक समर ने एक साल में पचास बार सिलीगुड़ी के बागडोगरा हवाई अड्डे से दिल्ली तक बिजनेस क्लास में हवाई यात्रा की. कहा जा रहा है कि उसका बिजनेस क्लास में सफर करने का मकसद एयर होस्टेस को पटाना था. रिपोर्ट्स की मानें तो वो अपने इस मकसद में कामयाब भी रहा. यूपी के बुलंदशहर की रहने वाली सोनिया नामक एयर होस्टेस के साथ शराब तस्कर समर घोष ने शादी भी कर ली. समर ने एयर होस्टेस गर्लफ्रेंड पर इस कदर पैसे उड़ाए कि वो इसकी दीवानी हो गई और अंत में दोनों ने शादी कर ली.
समर घोष के पिता सुकुमार घोष बंगाल के इस्लामपुर में जल संसाधन विभाग में चतुर्थ वर्गींय कर्मचारी हैं. हालांकि समर ने घरवालों को भी शराब तस्करी के धंधे की भनक नहीं लगने दी थी. हाल में ही बिहार पुलिस के हत्थे चढ़ा समर घोष लंबे दिनों से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था. उसे दरभंगा, सुपौल, कटिहार, समस्तीपुर और पूर्णिया की पुलिस खोज रही थी. इन जिलों में उसके खिलाफ लगभग एक दर्जन से ऊपर मामले दर्ज हैं.
समर घोष ने पुलिस को बताया कि वह दालकोला में रहकर शराब की खेप भेजता था. इस बीच पुलिस दबिश बढ़ने पर वह झारखंड के रास्ते शराब की खेप भेज रहा था. समर बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के रटहर दानीगाछी हाउसा का रहने वाला है. समर घोष दालकोला और उसके आसपास के जिलों के शराब माफियाओं को अपनी तरफ से संरक्षण भी दे रहा था. उसने यह भी बताया कि डेढ़ साल पहले ही उसने यह काम सीखा और रातोंरात करोड़पति बन गया. समर ने बताया कि मधु मोहन डे के अलावा संजय साह, मिथुन, मधु मोहन डे, समीतुल्ला और शराब के अवैध धंधे का कारोबारी मुर्शीद का भतीजा उसकी टीम में शामिल था.
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वहीं, पूर्णिया एसपी दयाशंकर ने बताया कि मद्य निषेध पटना और पूर्णिया पुलिस को लंबे समय से इन शराब माफियाओं की तलाश में थी. बीते 6 जनवरी को संयुक्त कार्रवाई में समर घोष को पकड़ा गया. समर ने शराब स्मगलिंग से जुड़े कई बड़े चेहरों को बेनकाब किया है. इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है. शराब स्मगलिंग से जुड़े तार खंगाले जा रहे हैं.
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