पूर्णिया:अवैध हथियारों की तस्करी के मामले में बिहार के सीमांचल को पहले पूरी तरह सेफ जोन कहा जाता है. पुलिस ने शनिवार को फर्जी हथियार लाइसेंस बनाने और अवैध गन सप्लाई करने के बडे रैकेट का खुलासा किया है. पूर्णिया में कुछ दलाल लंबे समय से हथियारों का फर्जी लाइसेंस बनाकर लोगों को बंदूक मुहैया कराते थे और सुरक्षा गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठते थे.
पूर्णिया बस स्टैंड से हुए थे गिरफ्तार
पिछले दिनों पूर्णिया के बस स्टैंड में तीन लोग दोनाली बंदूक को लेकर हंगामा कर रहे थे. लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय केहाट थाने में दी थी. मामले की भनक लगते ही केहाट सहायक थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया.
बरामद हथियार के साथ एसपी विशाल शर्मा जांच में लाइसेंस निकला फर्जी
बरामद हथियार की जब जांच की गई तब पता चला कि बंदूक का लाइसेंस फर्जी है. जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की निशानदेही पर नौ लोगों को गिरफ्तार किया. जिनके पास से 10 अवैध बन्दूक और 60 कारतूस बरामद किये.
निजी सुरक्षा गार्डों में करते थे नौकरी
बस स्टैंड से गिरफ्तार हुए तीनों लोगों ने जब अपना मुंह खोला तो पुलिस के आलाधिकारी भौंचक्के रह गए. ये सभी लोग बैंकों, अस्पतालों और निजी सुरक्षा गार्डों में तैनात थे. इन्हें फर्जी लाइसेंस बनाकर अवैध हथियारों के साथ सुरक्षा गार्ड के रूप में नौकरी दिलाने का गोरखधंधा चल रहा था.
दो लोग अब भी फरार- एसपी
वहीं, इस मामले पर जिले के एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि कुछ दलाल हथियारों का फर्जी लाइसेंस बनाकर लोगों को बंदूक मुहैया कराते थे और सुरक्षा गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठते थे. कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें फर्जी लाइसेंस बनाने वाले दो लोग फरार हो गए हैं. जिसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पकड़े गए हथियारों का निर्माण मुंगेर का है और हथियार कुछ स्थानीय गन हाउस द्वारा निर्मित हैं.