पूर्णिया: जिले में घरेलू गैस विस्फोट से एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ है. घटना डगरुआ प्रखंड के टोली पंचायत के डुब्बा गांव की बताई जा रही है. जहां एलपीजी गैस के चपेट में आने से एक ही परिवार के 4 लोग बुरी तरह झुलस गए हैं. हताहतों में 2 महिला, एक पुरुष और एक बच्चा शामिल है.
फिलहाल सभी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. जिनकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि यह हादसा चाय बनाने के दौरान हुआ है.
एक माचिस की तीली से घर में पसरा मातम
मिली जानकारी के मुताबिक डगरुआ थाना अंतर्गत आने वाले टोली पंचायत के डुब्बा का यह परिवार रोजाना की तरह चाय की चुस्कियों का आनन्द लेने रसोईघर से लगे आंगन में बातचीत में मशगूल था. अचानक तभी घर के मुखिया मोहम्मद अलीम ने गैस पर माचिस की तीली जलाई. इसके बाद जो हुआ उसका मंजर इतना भयावह था कि पल भर में इस हंसते-खेलते परिवार में मातम और चीखें-पसर गई.
सदर अस्पताल में चल रहा इलाज
बताया जाता है कि हादसे के तुरंत बाद अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई. लोग अपनी-अपनी जान बचाने को इधर-उधर भागने लगे. जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पाया गया. आग में झुलसे सभी 4 लोगों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया है.
परिवार के 4 लोग हुए घायल
वहीं भीषण गैस विस्फोट हादसे के सभी हताहत की स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है. घटना में झुलसे लोगों में घर का मुखिया मोहम्मद अलीम, बहन सुहाना परबीन, पत्नी साजिया बेगम सहित 7 साल का मासूम मोहम्मद सादिक भी शामिल है.
तो ये रही घटना की वजह
घटना के पीछे सिलेंडर प्रशिक्षण की कमी की बात सामने आ रही है. बताया जाता है कि कमरे में पहले से ही एलपीजी सिलेंडर लीक कर रहा था. जिसके बाद माचिस जलाते ही यह दर्दनाक हादसा हुआ. फिलहाल इस घटना के बाद जहां परिवार में चीख पुकार मची है, वहीं समूचे गांव में मातमी माहौल है.
20 जुलाई को भी हुआ था ऐसा हादसा
सप्ताह भर के अंदर घटित यह दूसरा बड़ा गैस विस्फोट का मामला है. इससे पहले 20 जुलाई को बायसी प्रखंड के गलगांव में ऐसा ही भीषण हादसा हुआ था. जिसमें 7 लोगों में से 6 हताहतों की मौत हो गई थी. जिसमें 5 बच्चे समेत एक महिला शामिल थी. घटना में झुलसा एक अन्य युवक अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहा है.