पूर्णियाःलगातार हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. यहां के मकई और मखाने पूरे एशिया में खास पहचान रखते हैं. सैकड़ों एकड़ में लगी इसकी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. प्रकृति की इस मार से सभी 14 प्रखंड़ों के किसान तबाह हो गए हैं.
पूर्णिया: कोरोना के दहशत के बीच आंधी और बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें, किसान परेशान - पूर्णिया में फसल की बर्बादी
बेमौसम आंधी और बारिश से सैकड़ों एकड़ में लगी मकई और मकाने की फसल तबाह हो गई हैं. जिले के सभी 14 प्रखंड़ों में मौसम की मार लगभग एक जैसी है, जिसने किसानों की चिंता बढ़ा गई है.
किसानों को लाखों का नुकसान
कसबा प्रखंड अंतर्गत गढ़बनैली पंचायत के मुखिया मो. याकूब ने बताया कि बेमौसम आंधी-बारिश ने फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया. खेतों में मकई की खेती लहलहा रही थी. कुछ दिनों बाद ही ये फसलें कटकर समूचे दुनिया में निर्यात होने को तैयार होती, लेकिन बारिश ने किसानों के लाखों रुपये की लागत को मिट्टी में मिला दिया.
बिजली आपूर्ति बाधित
वहीं, तेज आंधी और भारी बारिश के चलते शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति बाधित है. कई जगहों से ट्रांसफार्मर उड़ने और बिजली के तार गिरने की सूचना है. साथ ही कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है. वहीं, मौसम के इस रुख को नेचर साइंस के स्टूडेंट्स नेचर रिसाइकिलिंग बता रहे हैं.