पूर्णिया:जिले का स्वास्थ्य महकमा एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. इसकी वजह यहां के सदर अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर हैं. यहां के मरीजों ने डॉक्टर जेपी यादव पर इलाज के लिए अपने निजी क्लिनिक में बुलाने का आरोप गया है. हालांकि डॉक्टर ने इस पूरे आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
निजी क्लिनिक बुलाने का आरोप
दरअसल, ये पूरा मामला सदर अस्पताल के पुरुष सर्जिकल वार्ड का है. यहां एडमिट एक हार्निया मरीज के अनुसार वो बीते 4 दिसंबर से इस अस्पताल में भर्ती है. लेकिन डॉक्टर उनका इलाज नहीं कर रहे हैं. डॉक्टर रोजाना कोई न कोई बहाना देकर उन्हें टाल देते हैं और कहते हैं कि वह उनके निजी क्लिनिक आ जाए फिर ऑपरेशन हो जाएगा.
नहीं हो रहा ऑपेरशन
मरीज के परिजन ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन पहले तो उन्हें एक सप्ताह तक दौड़ाता रहा. इसके बाद आखिरकार उन्हें बीते 4 दिसंबर को डॉक्टर जेपी यादव के ट्रीटमेंट में पुरुष सर्जिकल वार्ड में एडमिट लिया गया. लेकिन वहां भर्ती हुए 10 दिन से अधिक हो गए लेकिन आजतक ऑपेरशन की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी है. डॉक्टर उन्हें रोजाना भूखे रखकर इधर-उधर घूमा रहे हैं.
स्टॉफ की कमी का बहाना
मरीज के परिजन ने बताया कि जेपी यादव नाम के डॉक्टर उन्हें अपने निजी क्लीनिक में ऑपेरशन के लिए बुला रहे हैं. जहां उनसे मोटी रकम वसूल की जा सके. परिजन ने कहा कि डॉक्टर हमेशा स्टॉफ की कमी का बहाना देकर उन्हें टाल रहे हैं.
मरीजों ने लगाया डॉक्टर पर गंभीर आरोप क्या कहते है डॉक्टर जेपी यादव
वहीं, इस बारे में डॉक्टर जेपी यादव ने कहा है कि ये सारी बाते गलत हैं. उन्होंने कहा कि मेरी ओर से मरीज और उनके परिजनों को एनेस्थेटिक की कमी और उनके छुट्टी पर जाने की बात बताई गई थी. जिनके आते ही ऑपरेशन की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी जाएगी. लेकिन ये सभी हमपर गंभीर और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.