पूर्णिया:राज्य में बाढ़ का तांडव जारी है. जिले के कदवा प्रखंड के शिवगंज मेंबाढ़ के पानी से पूर्णिया-सनौली मुख्य मार्ग का डायवर्सन टूटा गया है. इससे पूरी तरह से आवागमन बाधित है. इस बाढ़ के कारण लगभग 20 लाख की आबादी प्रभावित हुई है. स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसी तरह की मदद नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों में गुस्सा है.
गौरतलब है कि 2016-17 में आई भीषण बाढ़ के दौरान यह बांध और सड़क टूट गई थी. 3 साल बीत जाने के बाद भी बांध और सड़क की मरम्मत नहीं की गई. वहीं, 2019 में आई बाढ़ के कारण बनाया गया डायवर्शन भी बह गया है. इससे कदवा, प्राणपुर, बलरामपुर और बारसोई प्रखंड के लाखों लोग प्रभावित हो गए हैं. लगभग 15-20 लाख की आबादी का पूर्णिया जिला मुख्यालय से संपर्क टूट चुका है.
बाढ़ से डूबा गांव, ग्रामीण परेशान राहत और बचाव के लिए कोई कार्रवाई नहीं
स्थानीय लोगों ने बताया कि महानंदा के तेज बहाव के चलते सड़क संपर्क टूटने के कारण लाखों लोग का आवागमन ठप हो गया है. स्थानीय प्रशासन को सूचना देने के बाद भी अभी तक किसी प्रकार की राहत और बचाव के लिये कोई कार्रवाई नहीं की गई है. लोगों ने अपना दुख बताते हुए कहा कि बाढ़ के कारण लोग डरे हुए हैं. पशुओं के लिए चारा नहीं मिल रहा है. सरकार की तरफ से नाव की भी व्यवस्था भी नहीं की गई है.
ये जिले भी प्रभावित
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 24 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 लाख 66 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग से सोमवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 जिलों में - शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार शामिल हैं.