पूर्णिया: लोकसभा चुनाव के दौरान सीएम नीतीश कुमार स्वास्थ्य महकमे की खूबियां गिनवाते हुए विपक्ष पर जमकर बरसे थे. चुनावी सभाओं के दौरान वे जिस-जिस जिले में गए, वहां अपनी उपलब्धियों में प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का खूब बखान किया. लेकिन, वास्तविकता बिल्कुल अलग है. जमीनी स्तर पर हालात बद से बदतर हैं. हर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग बेहतर इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं.
चमकी बीमारी के बाद हुई जांच-पड़ताल ने वास्तविक बिहार की तस्वीर सबके सामने लाकर रख दी है. मालूम हो कि बिहार के सबसे पुराने कमिश्नरी में भी स्वास्थ्य अमले का कुछ ऐसा ही हाल है. पूर्णिया जिले की 40 लाख आबादी के अतिरिक्त 7 जिलों से आने वाले करोड़ों मरीजों के लिए अस्पताल में महज 33 डॉक्टर और 300 बेड मौजूद हैं. ऐसे में ज्यादातर मरीजों को जमीन मिलती है.
7 जिलों के अलावा सीमा से लगे राज्य व देशों की है निर्भरता
दरअसल, जिले के सदर अस्पताल को सीमांचल के एम्स के नाम से जाना जाता है. अस्पताल प्रबंधन खुद भी यह कहने में कोई हिचक नहीं करते हैं कि पटना से 350 किलोमीटर का फासला होने के कारण लोग इस अस्पताल में आते हैं. यह अस्पताल सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल व सीमा से लगे देशों के मरीजों के लिए सुलभ व सस्ते इलाज मुहैया कराता है. लेकिन, सुविधाएं नहीं दे पाता.
करोड़ों की आबादी 5 स्ट्रेचर भरोसे
अस्पताल रिकॉर्ड के मुताबिक जिले की 40 लाख आबादी के अतिरिक्त कटिहार, अररिया, किशनगंज, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा के अलावा सीमा से लगे बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर के लोग यहां आते हैं. वहीं, सीमावर्ती देश नेपाल, बांग्लादेश व भूटान के मरीज भी यहां बेहतर इलाज की उम्मीद लिए आते हैं. लिहाजा, कुल आबादी का अनुमान लगाए तो सदर अस्पताल पर आश्रित रहने वाली आबादी का आंकड़ा करोड़ों को छू जाता है. चौंकाने वाली बात यह है कि इनके लिए सदर अस्पताल में महज 33 डॉक्टर, 300 बेड, 5 स्ट्रेचर व 3 व्हील चेयर उपलब्ध है.
बंद पड़ा है आईसीयू
साल 2010-11 में ही यहां आईसीयू की सुविधा बहाल कर दी गई थी. लेकिन, डॉक्टरों की कमी के कारण यह 8 सालों बाद भी चालू नहीं हो सका है. बता दें कि आईसीयू हर रोज खुलता तो है, मगर साफ-सफाई के लिए.
चौंकाने वाले हैं अस्पताल प्रबंधन के तथ्य
अस्पताल अधीक्षक मधुसूदन प्रसाद की मानें तो वर्तमान में जिले के स्वास्थ्य महकमे को 348 डॉक्टरों की आवश्यकता है. लेकिन, स्वास्थ्य अमला 113 डॉक्टरों से ही काम चला रहा है. वहीं, सदर अस्पताल को जहां 60 डॉक्टरों की जरूरत है तो महज 33 डॉक्टरों के कंधे पर ही लाखों मरीजों का बोझ दे दिया गया है. यहां 27 पद रिक्त पड़े हैं.
जिला अस्पताल ही नहीं अनुमंडल, PHC और APHC भी झेल रहे डॉक्टरों की कमी
डॉक्टरों का अभाव का दंश जिले के 14 पीएसची, धमदाहा अनुमंडल अस्पताल, एपीएचसी और सीएचसी का भी है. जिले के ये सभी स्वास्थ्य महकमे डॉक्टरों की भारी कमी से जूझते हुए महज 113 डॉक्टरों के भरोसे चल रहे हैं. वहीं, इसके ठीक दोगुना 256 पद रिक्त हैं.
ताजा हालात
1 जून से 15 जून तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक 200 से अधिक मरीज समुचित इलाज की कमी के अभाव में दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिए गए हैं. वहीं, मरने वालों का आंकड़ा 50 पार है.
ईटीवी भारत संवाददाता आकाश की रिपोर्ट कहां, कितने डॉक्टरों की जरूरत और कितने पद रिक्त?
डॉक्टरों का अभाव मेडिसिन, सर्जरी, प्रेडियोटिक, लाइएकेनोलॉजी जैसे विभागों में हैं. वहीं, नर्स और तकनीकी सहायकों की तादाद भी आधे से कम है.
चिकित्सा केंद्र | कार्यरत डॉक्टर की संख्या | रिक्त पद |
सदर अस्पताल | 36 | 27 |
सदर आईसीयू | 0 | 5 |
सदर एसएनसीयू | 1 | 4 |
धमदाहा अनुमंडल अस्पताल | 12 | 18 |
PHC धमदाहा | 8 | 2 |
APHC विशुनपुर धमदाहा | 1 | 1 |
APHC रंगपुरा धमदाहा | 1 | 1 |
सब डिविजनल अस्पताल बायसी | 30 | 30 |
PHC बायसी | 2 | 6 |
सब डिवीजन बनमनखी | 6 | 24 |
PHC बनमनखी | 1 | 7 |
APHC जानकीनगर बनमनखी | 1 | 1 |
APHC सरसी बनमनखी | 0 | 2 |
PHC श्रीनगर | 2 | 6 |
APHC बिकोठी | 3 | 5 |
APHC मलडीहा बिकोठी | 0 | 2 |
APHC दिवरा बाजार बिकोठी | 2 | 0 |
PHC रुपौली | 0 | 5 |
RH रेफरल हॉस्पिटल रुपौली | 2 | 2 |
APHC टिकापट्टी | 2 | 0 |
APHC मोहनपुर | 1 | 1 |
APHC नकटौलिया | 1 | 1 |
APHC गद्दीघाट | 0 | 2 |
समरहट्टा रुपौली | 0 | 2 |
PHC डगरुआ | 1 | 7 |
APHC इलाची डगरुआ | 1 | 1 |
APHC कटारहाट डगरुआ | 1 | 1 |
अमौर रेफरल हॉस्पिटल | 1 | 3 |
PHC अमौर | 2 | 6 |
APHC मछठा अमौर | 1 | 1 |
APHC हफनिया अमौर | 2 | 0 |
PHC जलालगढ़ | 2 | 6 |
PHC के नगर | 3 | 5 |
PHC वनभाग | 1 | 1 |
PHC काझा | 2 | 6 |
APHC चंपानगर के नगर | 2 | 6 |
CHC कसबा | 3 | 10 |
CHC बैसा | 3 | 10 |
APHC कटारहाट बैसा | 0 | 2 |
APHC सरसी बैसा | 0 | 2 |
CHC भगवानपुर | 3 | 1 |
APHC अकबरपुर | 2 | 0 |
APHC सौंदिक भवानीपुर | 1 | 1 |
PHC पूर्णिया ईस्ट | 1 | 6 |
APHC रानीपतरा | 1 | 1 |
APHC मधेपुरा-पूर्णिया ईस्ट | 2 | 0 |