पूर्णिया: जिले में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बीते गुरुवार को 6 नए मामलों के सामने आने के बाद कोरोना मामलों की संख्या 35 हो गई है. इनमें 4 दिल्ली और 2 महाराष्ट्र से लौटे प्रवासी हैं. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच पूर्णिया सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने जिलावासियों से जरूरी अपील की है. ईटीवी भारत के जरिए उन्होंने आम जनता से कहा है कि बेवजह घरों से न निकलें.
सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के आने से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे की चुनौती बढ़ गई है. बीते कुछ दिनों में रेड जोन से आने वाले प्रवासियों के कारण कोरोना केस में तेजी से इजाफा हुआ है. 16 मई की देर रात तक 17 नए मामले आने के बाद आंकड़ा 29 पहुंचा. वहीं, 21 मई को 6 और नए केस के सामने आने के बाद यह संख्या अब 35 हो गई है. इनमें दो मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं.
115 की रिपोर्ट अभी पेंडिंग
अब तक 859 लोगों की जांच की जा चुकी है. जिसमें 744 का रिपोर्ट आ चुकी है और 35 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. 115 की रिपोर्ट आनी बाकी है. प्रदशों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को देखते हुए जिले के सभी 14 प्रखण्डों को मिलाकर 565 क्वारंटीन कैंप बनाए गए हैं. इनमें अब तक 47,826 लोगों का निबंधन किया गया है. लिहाजा, इनमें से 11,364 लोग 21 दिनों की क्वारंटीन अवधि को पूरा कर घर वापस लौट चुके हैं. वहीं, 39,656 लोग अभी क्वारंटीन पीरियड में हैं.
सरकारी निर्देशों के पालन में है अपनी सुरक्षा
ईटीवी भारत से बातचीत में सिविल सर्जन डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि लोगों को सरकार की ओर से समय-समय पर दिए जा रहे निर्देशों का पालन करना होगा, तभी वे सुरक्षित रहेंगे. सिविल सर्जन ने कोरोना से बचने के उपाय बताते हुए कहा कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करें. अतिआवश्यक हो तो सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर बाहर निकलें. घर लौटकर करीब 30 सेकेंड तक हाथ को साबुन और हैंड सैनिटाइजर से धोएं. पौष्टिक भोजन करें ताकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे. साथ ही अगर पहले से किसी प्रकार की गंभीर बीमारी है तो उसकी जांच कराते रहें.