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Purnea News: बैंककर्मियों ने किया दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान, इस दिन ठप रहेगा बैंक के सारे काम.. - etv news

पूर्णिया में बैंककर्मी दो दिन हड़ताल पर (Bank Employee Strike For Two Days In Purnea) रहेंगे. जिले के बैंक ऑफ इंडिया के कर्मियों ने विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है. धरना प्रदर्शन कर रहे बैंक कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर चौधरी मार्केट के नजदीक शाखा में एकत्रित होकर सामूहिक प्रदर्शन एवं जमकर नारेबाजी की.

बैंक कर्मियों ने किया दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान
बैंक कर्मियों ने किया दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान

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Published : Jan 27, 2023, 11:04 PM IST

पूर्णिया:बिहार के पूर्णिया में बैंककर्मी(Bank Employee In Purnea) दो दिन हड़ताल पर रहेंगे. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन पूर्णिया के बैनर तले बैंकर्स ने विरोध प्रदर्शन किया. बैंककर्मियों ने बताया की अपनी मांगों को लेकर दो दिवसीय 30 और 31 जनवरी को देशव्यापी हड़ताल होगा. आमजनों के बैंकिंग कार्य बंद रहेंगे. अगर बैंक से संबंधित कोई काम हो तो जल्दी निपटा लें. 30 और 31 जनवरी को होने वाले देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल को देखते हुए यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन पूर्णिया इकाई के बैनर तले सभी बैंककर्मियों एवं अधिकारी विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार तरीके से प्रदर्शन किए.

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पूर्णिया में बैंककर्मियों का हड़ताल :प्रदर्शन कर रहे बैंककर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर बैंक ऑफ इंडिया चौधरी मार्केट के नजदीक की शाखा में एकत्रित होकर सामूहिक प्रदर्शन एवं जमकर नारेबाजी की. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन पूर्णिया के वाइस चेयरमैन राम बाबू मेहता ने कहा कि- 'हम सभी बैंक कर्मियों की ये मांगे है कि 5 दिवसीय कार्य सप्ताह, पेंशन में बदलाव, चार्टर ऑफ डिमांड के तहत नए वेतनमान एवं बैंकों में बहाली सहित अन्य मांगों को पूरी की जाए.

30 और 31 जनवरी को बैंककर्मियों का हड़ताल :मिली जानकारी के अनुसारसभी सरकारी एवं निजी बैंक यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले पूरे देश में दो दिन 30 और 31 जनवरी को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगं. जिससे बैंक ग्राहकों को काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है. जिसका बैंककर्मियों ने दुख भी जताया है. बैंक अधिकारी रितेश कुमार ने बताया कि बैंक का हड़ताल होना महज एक दुर्भाग्य है. बैंककर्मियों की मजबूरी है जो इन्हें हड़ताल करना पड़ रहा है. इनकी मांगे नहीं सुनी जा रही है. जिसको लेकर वो दिवसीय हड़ताल करने को हमलोग बाध्य हो रहे हैं.

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