बिहार

bihar

ETV Bharat / state

पूर्णिया के लाल ने ISRO में लहराया परचम, साइंटिस्ट की परीक्षा में हासिल किया 22वां स्थान - 22nd rank in isro scientist exam

पूर्णिया के आशुतोष ने इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा में 22वां स्थान लाकर अपने जिला और बिहार का नाम रोशन किया है. आशुतोष की इस सफलता पर उनके माता-पिता सहित परिवार के लोगों में खुशी का माहौल है. पढ़ें पूरी खबर.

पूर्णिया के बेटे ने किया बिहार का नाम रौशन
पूर्णिया के बेटे ने किया बिहार का नाम रौशन

By

Published : Oct 4, 2021, 12:48 PM IST

Updated : Oct 4, 2021, 3:03 PM IST

पूर्णिया:बिहार (Bihar) के पूर्णिया (Purnea) जिले केसामान्य परिवार के बेटे आशुतोष ने अपनी मोहनत से पूर्णियां का नाम रोशन किया है. आशुतोष ने अपने मेहनत और संघर्ष के बदौलत इसरो के साइंटिस्ट तक का सफर तय किया है. इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा (ISRO Scientist Exam) में देशभर में 22 वां रैंक लाकर आशुतोष ने पूर्णिया के साथ ही बिहार का नाम भी रोशन किया है. आशुतोष की इस सफलता से जहां परिजनों में खुशी का माहौल है.

ये भी पढ़ें:UPSC प्रीलिम्स 2021 के लिए अंतिम समय में कैसे करें तैयारी, बता रहे हैं वरिष्ठ IAS अधिकारी

शहर के चुनापुर निवासी विनय प्रकाश झा का पुत्र आशुतोष कुमार ने इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा में देशभर में 22 वां रैंक लाया है. आशुतोष की शुरुआती पढ़ाई पूर्णिया के जिला स्कूल से हुई है. इसके बाद उन्होंने उड़ीसा से बीटेक और आईआईटी दिल्ली से एमटेक किया. आशुतोष को बचपन से ही साइंस में लगाव था. वह एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानते हैं.

देखें वीडियो

आशुतोष की मां कहती हैं कि गरीबी के कारण पढ़ाई लिखाई में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा. अपने संघर्ष और मेहनत के बदौलत आज उनके बेटे ने इसरो के साइंटिस्ट की परीक्षा में देशभर में 22 वां स्थान लाया है. वे लोग चाहते हैं कि उनका बेटा भी मिसाइल मैन डॉक्टर कलाम की तरह आगे बढ़कर देश की सेवा करें और देश को आगे बढ़ाएं.

वहीं आशुतोष के पिता विनय प्रकाश झा कहते हैं कि उसने काफी संघर्ष कर आशुतोष को पढ़ाया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में जब उनकी माली हालत काफी खराब हो गई तो आशुतोष ने दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी कर अपनी पढ़ाई भी की ओर घर को भी संभाला और आज आशुतोष ने इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा में देशभर में 22 वां रैंक लाकर उन लोगों का सिर ऊंचा किया है.

बता दें कि विनय प्रकाश झा की बेटी ने भी अपने पहले प्रयास में बीपीएससी पीटी में सफलता प्राप्त की है. वहीं आशुतोष की बहन राखी ने कहा कि वे लोग चाहते हैं कि उनका भाई इसरो साइंटिस्ट के रूप में कुछ बड़ा काम करें और डॉक्टर कलाम की तरह देश को आगे बढ़ाएं. वो कहते हैं की सफलता उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है. गरीबी और संघर्ष के बदौलत आज आशुतोष ने इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा में देश भर में 22वां रैंक लाकर इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है.

ये भी पढ़ें:किशनगंज पहुंचे UPSC टॉपर शुभम कुमार, DM ने गुलदस्ता देकर किया स्वागत

Last Updated : Oct 4, 2021, 3:03 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details