पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar In Patna) में सोमवार को फरियादियों की समस्याओं का निपटारा किया गया. औरंगाबाद के प्रमोद अपने पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार की गुहार लगाने पहुंचे थे. प्रमोद ने 3 महीने पहले जनता दरबार में रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन अभी तक बुलावा नहीं आया है. प्रमोद जनता दरबार तक तो नहीं पहुंच सके लेकिन बाहर से ही अपनी समस्या से प्रशासन को अवगत कराने का प्रयास किया.
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प्रमोद ने बताया कि पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर डीएम से लेकर सभी अधिकारी से गुहार लगा चुके हैं. इतना ही नहीं पंचायती राज मंत्री, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और स्थानीय जनप्रतिनिधि से भी शिकायत कर चुके हैं और अब मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश कर रहे हैं. प्रमोद ने न्याय न मिलने पर आत्मदाह कर लेने की चेतावनी भी दी है.
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"विभिन्न योजनाओं में 1 करोड़ से अधिक का घपला हुआ है. डीएम से लेकर हर अधिकारी से गुहार लगा चुके हैं. अधिकारियों को मेल और डाक से भी पत्र भेजे हैं. मंत्री से लेकर नेता प्रतिपक्ष तक से गुहार लगाए हैं लेकिन कहीं कुछ हो नहीं रहा है. यदि मुख्यमंत्री से भी न्याय नहीं मिला तो हम आत्मदाह कर लेंगे."-प्रमोद, फरियादी
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प्रमोद मुख्यमंत्री से न्याय के लिए गुहार लगाने जनता दरबार पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि 10 जुलाई को ही जनता दरबार के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. लेकिन अभी तक जनता दरबार से बुलावा नहीं आया है. पीरमा पंचायत के प्रमोद का कहना है कि वहां की जनता भी चाहती है कि न्याय मिले लेकिन हर जगह से ना उम्मीद हो चुके हैं.
प्रमोद के अनुसार 13वें और 14वें वित्त आयोग से जो राशि मिली है, उसमें घपला हुआ है. केवल एक योजना में काम हुआ है और किसी योजना में कुछ भी काम नहीं हुआ है. प्रमोद ने न्याय नहीं मिलने पर आत्मदाह की धमकी भरा पत्र औरंगाबाद डीएम को ही भेजा है. ऐसे ईटीवी भारत ने प्रमोद से आत्मदाह जैसी बात नहीं करने की अपील भी की है. लेकिन पंचायतों में जिस प्रकार से घपला हो रहा है, प्रमोद उसी को उजागर करना चाहते है. बिहार में भ्रष्टाचार को लेकर खूब सियासत होती है. आरोप-प्रत्यारोप भी होते हैं. लेकिन प्रमोद को किसी का सहारा फिलहाल नहीं मिल रहा है.
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बता दें कि 5 साल के बाद कोरोना काल में शुरू किए गए जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में फिलहाल सीमित संख्या में ही लोगों को शामिल किया जा रहा है. जनता दरबार में शामिल होने के लिए लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है. सीमित संख्या में लोगों को बुलाये जाने के चलते रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.