पटना: बिहार के मुख्यमंत्री सचिवालय (Bihar CM Secretariat) और बिहार सरकारके नाम से फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाने वाले युवक को पटना की आर्थिक अपराध इकाई ने गिरफ्तार (Youth arrested for operating fake twitter) किया है. आरोपी फर्जी अकाउंट बनाकर ट्वीट करता था. ईओयू के एडीजी नैय्यर हसनैन खां के निर्देश पर लंबी जांच के बाद युवक को गिरप्तार किया गया है.
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बिहार सरकार के नाम पर फर्जी ट्विटर अकाउंट: आरोपी अरमान वशिर पिता मोहम्मद बशीर आलम वार्ड संख्या-12 थाना ढाका, जिला पूर्वी चंपारण का निवासी है. बताया जाता है कि बिहार के मुख्यमंत्री सचिवालय और बिहार सरकार के अधिकारिक प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम से फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल संचालित होने की सूचना आर्थिक अपराध इकाई हुई थी. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल को जांच के लिए कहा गया. जिसके बाद अपराध के अनुसंधान के विशेषज्ञ पुलिस उपाधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने जांच शुरू की.
आर्थिक अपराध इकाई ने युवक को मोतिहारी से पकड़ा: जांच के क्रम में आर्थिक अपराध इकाई ने फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाने वाले व्यक्ति की पहचान की और पूर्वी चंपारण जिला से उसे गिरफ्तार किया (Youth arrested from Motihari) गया. गिरफ्तारी के बाद युवक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
बता दें कि आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना राज्य में साइबर अपराधों पर प्रभावी रोकथाम के के लिए नोडल एजेंसी व बिहार पुलिस की विशिष्ट इकाई है. साइबर अपराधों पर रोकथाम लगाने की दिशा में आर्थिक अपराध इकाई लगातार करवाई कर रही है.