पटना:देश के अन्य शहरों की तरह राजधानी पटना में भी विश्व स्तरीय साइंस सिटी का निर्माण करवाया जा रहा है. इस साइंस सिटी का नाम मिसाइल मैन के नाम से मशहूर और देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया है. साइंस सिटी का निर्मण 400 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा.
राजधानी स्थित प्रेमचंद रंगशाला और मोइनुल हक स्टेडियम के बीच करीब 20 एकड़ से अधिक क्षेत्र में साइंस सिटी का निर्माण करवाया जा रहा है. इसमें 5 दीर्घा अलग-अलग थीम पर आधारित होगी. यहां आर्यभट्ट से लेकर कलाम तक का विजन दिखेगा. साइंस के छात्र यहां आकर साइंस का प्रयोग भी कर सकेंगे. इस तरह की सुविधा यहां उपलब्ध करवाई जा रही है.
साइंस सिटी निर्माण कार्य को लेकर सीएम ने की बैठक सीएम का है ड्रीम प्रोजेक्ट
सांइस सिटी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसको लेकर पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के नए मंत्री के साथ समीक्षा बैठक भी कर चुके हैं. उन्होंने अधिकारियों को इसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है.
"यह अद्वितीय है और विश्व स्तर का बनेगा. देश ही नहीं पूरी दुनिया के लोग इसे देख सकेंगे. बिहार के लिए तो अद्भुत होगा. यह अलग तरह का प्रोजेक्ट है और इसके निर्माण में समय थोड़ा अधिक लगेगा ही. "- जय कुमार सिंह, पूर्व साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर
'भुगतान में हो रही है देरी'
बता दें कि सांइस सिटी का निर्माण कार्य साहू जी ग्रुप की ओर से किया जा रहा है. इस ग्रुप के ठेकेदार संजय सिंह का कहाना है कि मजदूरों की बड़ी समस्या है. कोरोना महामारी का भी निर्माण कार्य पर असर पड़ा है. इसी वजह से निर्माण कार्य धीमा है. वहीं, विभाग की ओर से पैसों के भुगतान में भी विलंब हो रहा है. इसी वजह से देरी हो रही है.
"हम लोगों का पूरा प्रयास है कि जल्द से जल्द इसका निर्माण हो. साइट पर जाकर हम स्तिथि का जायजा लेंगे और यह मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा कराएंगे."- सुमित कुमार सिंह, साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर
"आज के युग में विज्ञान का महत्व बढ़ा है लेकिन साइंस सिटी का महत्व तब बढ़ेगा जब बिहार के हर जिले में बेहतर लेबोरेटरी होगा. कॉलेज और स्कूल में लेबोरेटरी को फंक्शनल करना होगा. यहां तक कि साइंस कॉलेज में भी लेबोरेटरी ठीक से काम नहीं करता है."- डीएम दिवाकर, विशेषज्ञ, एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट
अभी थोड़ा और करना पड़ेगा इंतजार
बता दें कि साइंस सिटी की चर्चा करें तो कोलकाता का नाम सामने आ जाता है. लेकिन राजधानी पटना का साइंस सिटी के बारे में जानकार बताते हैं कि ये उससे भी बेहतर होगा. विज्ञान के छात्र-छात्राओं के लिए साइंस सिटी कई तरह की सुविधाएं प्रदान करेगा तो वहीं छात्रों को विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने का भी काम करेगा. आम लोगों के लिए कई दीर्घा आकर्षण का केंद्र बनेगा. लेकिन बिहार और देश के लोगों को साइंस सिटी देखने के लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा. अभी इसके पूरा होने में और 2 साल लग सकते हैं.