पटना: नमामि गंगे प्रोजेक्ट का डीपीआर गुणवत्तापूर्ण हो. इसको लेकर नगर विकास विभाग ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला में नगर विकास विभाग ने प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए इंजीनियर्स को कई हिदायतें दी.
पटना: नमामि गंगे प्रोजेक्ट के लिए लगाई गई क्लास, DPR के लिए इंजीनियर्स को दिए गए दिशा निर्देश - patna news
पटना में नमामि गंगे प्रोजेक्ट का काम धीमी गति से चल रहा है. इसको लेकर नगर विकास विभाग ने सोमवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया और सभी इंजिनियर्स को हिदायत दी है कि इस प्रोजेक्ट का डीपीआर गुणवत्तापूर्ण बनाएं ताकि काम करने में कोई कठिनाई न हो.
![पटना: नमामि गंगे प्रोजेक्ट के लिए लगाई गई क्लास, DPR के लिए इंजीनियर्स को दिए गए दिशा निर्देश आनंद किशोर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6283531-753-6283531-1583247637817.jpg)
नमामि गंगे प्रोजेक्ट की आयोजित कार्यशाला में नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर अरुण कुमार, दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व सदस्य आरएस त्यागी सहित प्रोजेक्ट के कई अधिकारी और इंजीनियर के साथ ठेकेदारों ने भाग लिया. इस कार्यशाला के माध्यम से नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने नमामि गंगे के प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट के डीपीआर को लेकर इंजीनियर से चर्चा की, जिसमें उन्होंने सभी इंजीनियर्स को बताया कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट का डीपीआर गुणवत्तापूर्ण बने. ताकि इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द धरातल पर उतारा जा सके.
'दो जिलों का रिजेक्ट किया गया डीपीआर'
नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव ने नमामि गंगे के तहत भागलपुर और खगड़िया में हो रहे काम को लेकर चर्चा करते हुए बताया कि जिस तरह से 2 जिलों में नमामि गंगे प्रोजेक्ट का डीपीआर बना. उसमें कई खामियां थी, जिसको सरकार ने कैंसिल कर दिया और फिर से डीपीआर बनाने का काम किया गया. इसलिए इंजिनियर्स को इस बार ध्यान रखना होगा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट का डीपीआर गुणवत्तापूर्ण बने और इंजीनियर जिस जगह पर काम हो रहा है. वहां पहले जाकर निरीक्षण करें, तभी डीपीआर बनाए. इससे काम करने में कोई कठिनाई नहीं हो सकती है.